Lok Sabha Election 2024 : MP में निर्वाचन आयोग का “चलें बूथ की ओर” अभियान आज से, मतदाता जागरूकता पर विशेष जोर, मतदान प्रतिशत बढ़ाने होंगी कई गतिविधि

"चलें बूथ की ओर" अभियान के दौरान बीएलओ द्वारा मतदाता सूची का वाचन एवं मतदाता पर्ची का वितरण किया जाएगा। सेक्टर अधिकारी द्वारा मतदाता पर्ची का सत्यापन किया जाएगा। ऐसे दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाता, जो मतदान केन्द्र पर उपस्थित होकर मतदान करेंगे, उन्हें मतदान केन्द्र तक लाने के लिये मेन-टू-मेन मार्किंग की जायेगी। मतदाता जागरुकता के लिये सभी मतदान केन्द्रों पर स्थानीय खेल प्रतियोगिता, मानव श्रृंखला, महिला रैली, स्व-सहायता समूहों द्वारा रंगोली प्रतियोगिता, स्थानीय नागरिकों को शपथ/संकल्प पत्र का वाचन, प्रभात फेरी, मेंहदी प्रतियोगिता, व्यंजन प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, साईकिल/मोटर साईकिल रैली, चित्रकला प्रतियोगिता जैसी आकर्षक गतिविधियां आयोजित की जायेंगी।

Atul Saxena
Published on -
Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024 : मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दो चरण शेष बचे हैं, पहले और दूसरे चरण में कम मतदान प्रतिशत के बाद अब शेष बचे तीसरे और चौथे चरण में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग प्रयास कर रहा हैं, मप्र राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए “चलें बूथ की ओर” अभियान शुरू किया है, तीसरे चरण के लिए इसकी शुरुआत आज 1 मई से हो रही है वहीं चौथे चरण के लिए ये अभियान 7 मई से शुरू होगा।

पहले और दूसरे चरण में कम रहा मतदान प्रतिशत 

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 67.75 प्रतिशत मतदान हुआ था, पहले चरण में सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में मतदान हुआ था जबकि दूसरे चरण में टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद सीटों के लिए हुई वोटिंग का  मतदान प्रतिशत 58.59 फीसदी रहा था। इन दोनों चरणों में लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में 8 से 9 प्रतिशत कम मतदान हुआ है जिसके बाद से तीसरे और चौथे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं।

Continue Reading

About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....