मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा रावण दहन भोपाल में, 105 फीट लंबा होगा रावण का पुतला

Shashank Baranwal
Published on -
Dussehra Celebration 2023

Dussehra Celebration 2023: हर विजयदशमी का त्योहार सत्य की असत्य पर जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसे प्रदेश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसको लेकर प्रदेश के अलग अलग जिलों में तैयारियां शुरु हो गई है। इस बार 24 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। जिसकी तैयारी राजधानी भोपाल के अलग-अलग जगहों पर जोरों शोरों से चल रही है। इस दौरान भोपाल में कई बड़े और छोटे पुतलों का दहन किया जाएगा। बता दें मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा रावण भोपाल में जलाया जाएगा।

कोलार में जलेगा 105 फीट लंबा रावण

मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा रावण का पुतला भोपाल के कोलार में जलाया जाएगा। इसका आयोजन हिंदू उत्सव समिति द्वारा बंजारी मैदान में किया जाएगा। वहीं कोलार में दशहरा का कार्यक्रम आयोजित कराने वाले हिंदू उत्सव समिति का यह बीसवां साल है। भोपाल के मीनाल स्पोर्ट्स मैदान में भी रावण का पुतला जलाया जाएगा। जिसकी लंबाई 51 फीट रहेगी। वहीं सलैया में हिन्दू धर्म समिति द्वारा भी रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यहां रावण के पुतले की लंबाई 71 फीट रहेगी।

प्रशासन ने जारी की दिशानिर्देश

चुनाव के मद्देनजर प्रशासन ने दशहरा के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिया है। मध्य प्रदेश के हर विधानसभा में रावण दहन कार्यक्रम के लिए प्रशासन की मंजूरी लेनी पड़ेगी। अगर कोई प्रशासन से मंजूरी नहीं लेता है तो उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

राजधानी के कई इलाकों में होगा रावण दहन

राजधानी भोपाल में दशहरा की तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। रावण का दहन भोपाल के झोला मैदान, भेल मैदान, टीटी नगर दशहरा मैदान, कलियासोत मैदान, बिट्टन मार्केट, संत हिरदाराम नगर, विजय भूमि चोला जंबूरी मैदान समेत कई छोटे बड़े इलाको में होगा।

 

 


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News