MP News: प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, कोचिंग संस्थान में इन उम्र के बच्चों के प्रवेश पर लगी रोक, गाइडलाइन जारी

मप्र शासन द्वारा इस आदेश को लेकर बकायदा मसौदा तैयार किया जाएगा, जिसके बाद कोचिंग संस्थाओं को मसौदा के बारे में बताया जाएगा।

Shashank Baranwal
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MP News: मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के कोचिंग संस्थाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए केंद्र सरकार के गाइडलाइन को लागू कर दिया है। दरअसल, केंद्र सरकार ने पिछले दिनों कोचिंग संस्थाओं में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश पर रोक लगा दिया था। इसके तहत कोई भी कोचिंग संस्थान 16 साल के कम उम्र के बच्चों को प्रवेश नहीं दे सकता है। उसी गाइडलाइन को अब मप्र शासन भी प्रदेश के सभी कोचिंग संस्थाओं में लागू करने का फैसला लिया है।

मनमानी फीस वसूली पर होगी सख्त कार्रवाई

मप्र शासन द्वारा इस आदेश को लेकर बकायदा मसौदा तैयार किया जाएगा, जिसके बाद कोचिंग संस्थाओं को मसौदा के बारे में बताया जाएगा। वहीं सरकार की तरफ से कोचिंग संस्थाओं के द्वारा मनमानी फीस वसूली को लेकर भी सख्त कार्रवाई की गई है। अब प्रदेश में कोचिंग संचालक विद्यार्थियों से मनमानी ढ़ंग से फीस नहीं ले सकेंगे। वहीं अगर कोचिंग संस्थान मनमानी तरीके से फीस वसूलती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगा। इसके अलावा कोचिंग संस्थान के लाइसेंस को भी रद्द करने की कार्रवाई की जा सकेगी।

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दुर्घटना के चलते सरकार ने लिया था फैसला

पिछले दिनों लगातार विद्यार्थियों के आत्महत्या की खबरें आ रही थी। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने बीते दिनों कोचिंग संस्थान में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। वहीं केंद्र सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक अब मध्य प्रदेश शासन के अंतर्गत उच्च शिक्षा विभाग ने राज्य के अंतर्गत इस गाइलडलाइन लागू कर दिया है।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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