भोपाल। मध्य प्रदेश में बुधवार को रजिस्ट्रियों का काम ठप पड़ा रहा है। जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हुआ है। मप्र पंजीयन विभाग अधिकारी कर्मचारी संघ ने आज प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। संघ का आरोप है कि नीमच जिले की जावद तहसील में एक उप पंजीयर राजेश सोहेल के खिलाफ गलत तरह से एसडीएम ने एफआईआर करवाई है। जिसके खिलाफ संघ ने सामूहिक अवकाश लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
संघ का कहना है कि पंजीयन अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने से पूर्व नियुक्ताकर्ता प्रधिकारी की अनुमति अनिवार्यत: ली जाए। नीमच मामले को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया है। जिसमें विभिन्न मांगों का उल्लेख किया गया है। विरोध प्रदर्शन के चलते 350 रजिस्ट्रियां नहीं हो सकीं। जिससे शासन को 100 करोड़ से अधिक का का राजस्व प्राप्त नहीं हुआ। संघ का कहना है कि उनकी मांग अगर पूरी नहीं की जाती हैं तो संघ अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर भी जा सकता है।
यह हैं प्रमुख मांगे
-गलत तरिके से दर्ज की गई सभी FIR तत्काल वापस ली जाएं एवं गलत FIR करने वाले अधिकारियों के खइलाफ कार्रवाई की जाए।
-पदीय कर्तव्य के दौरान किए दए कार्यों के लिए आपराधिक प्रकरण दर्ज करने से पूर्व नियुक्तिकर्ता अधिकारी की अनुमति ली जाए।
-विभिन्न संस्थाओं द्वारा जारी प्रमाण पत्रों, दस्तावेजों एवं पहचान पत्रोंं के आधार पर उप पंजीयक द्वारा रजिस्ट्री की जाती है। उप पंजीयक को ऐसे दस्तावेजों की जांच करने एवं प्रश्गत करने का अधिकार नहीं है। इसलिए ऐसे दस्तावेज फर्जी पाए जाने पर उप पंजीयक को दोषी नहीं माना जा सकता है।