भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Dr Narottam Mishra) ने द्वादश ज्योतिर्लिंग का वर्णन संस्कृत श्लोक के साथ किया।
“सौराष्ट्रे सोमनाथंच श्री शैले मल्लिकार्जुनम् उज्जयिन्यां महाकालमोंकारममलेश्वरम्।।
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमाशंकरम्। सेतुबंधे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥
वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यंबकं गौतमीतटे। हिमालये तु केदारम् घुश्मेशं च शिवालये।।
एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः। सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति।।”
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डॉ मिश्रा ने कहा कि श्री महाकाल लोक संस्कृति और विकास का संगम द्वार है। समूचे शिव परिवार की पूज्य उपस्थिति और अद्भुत शिल्प महाकाल लोक को अकल्पनीय और अलौकिक बनाता है। महाकाल लोक… शिव का अद्भुत, अकल्पनीय और अलौकिक संसार है। दिव्यता,भव्यता और आध्यात्मिकता के इस संगम को कल हमारे वैश्विक नेता यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी अपने कर-कमलों से देश को समर्पित करेंगे। और पूरा देश उस क्षण का साक्षी होगा।