भोपाल।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस का वनवास खत्म होने जा रहा है। सरकार बनाने के सियासी घमासान के बीच बसपा सुप्रीम मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। बसपा के इस समर्थन ने कांग्रेस को बड़ी राहत दी है। दिल्ली में एक पीसी आयोजित कर मायावती ने राजस्थान और मध्यप्रदेश दोनों जगह कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है।वही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है। मौजूदा दौर मे मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पास 114 सीटे है और बसपा के पास 2 और सपा के पास 1 है। इस समर्थन के बाद कांग्रेस को बहुमत(117) मिल जाएगा और वह मध्यप्रदेश में अपनी सरकार बना लेगी।वही दूसरी तऱफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपना इस्तीफा देंगे। बसपा की घोषणा के बाद अब वे सरकार बनाने का दावा नही करेंगे। थोडी देर बात वे प्रेसवार्ता कर अपने इस्तीफे की घोषणा करेंगें।
बुधवार को मायावती ने मायावती ने कहा कि बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए हमारी पार्टी ने यह चुनाव लड़ा था, लेकिन दुख की बात है कि हमारी पार्टी इसमें उस तरह से कामयाब नहीं हो पाई। बीजेपी अभी भी सत्ता में आने के लिए जोर-तोड़ कर रही है, इसलिए हमने कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का वादा किया है। बीजेपी को सत्ता से दूर रखने का यही तरीका है. अगर राजस्थान में भी जरूरत हुई, तो वहां भी बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए बसपा समर्थन दे सकती है। अगर राजस्थान में भी कांग्रेस को समर्थन की जरूरत पड़ेगी तो वहां भी बसपा उन्हें समर्थन करेगी।बसपा के इस समर्थन से कही ना कही 2019 के लोकसभा चुनाव में भी तालमेल बनने की उम्मीद जागी है। वही ट्वीटर के माध्यम से अखिलेश ने भी मध्यप्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है।
वही राज्यपाल ने कांग्रेस को 12 बजे राजभवन बुलाया है। वे यहां बसपा और कांग्रेस के गठबंधन की बात सामने रख सरकार बनाने का अपना दावा पेश करेंगें। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया दीपक बावरिया सहित कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद रहेंगे। बताते चले कि चुनाव से पहले बसपा ने समर्थन देने से इंकार कर दिया था।