BHOPAL NEWS : सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शनिवार को नरेला विधानसभा में रहवासियों को तीसरे सीएम राइज़ स्कूल की सौगात देते हुए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोविंदपुरा, भेल में भूमिपूजन किया। करीब 23.71 करोड़ की अनुमानित लागत से बनने जा रहे सीएम राइज़ स्कूल के नवीन भवन का निर्माण करीब 18 महीने में पूरा हो जायेगा। इस अवसर पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि नरेला विधानसभा में हर क्षेत्र में नागरिकों की सुविधाओं में वृद्धि के लिये निरंतर विकास कार्य किये जा रहे हैं। वहीं क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से एक और सीएम राइज़ स्कूल की सौगात रहवासियों को मिली है। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, स्कूल प्राचार्य, शिक्षक व अभिभावक गण सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
सीएम राइज़ स्कूल में मिलेगी यह सुविधाएं
मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि सीएम राइज़ स्कूल का निर्माण 23.71 करोड़ की लागत से 18 माह की अनुमानित अवधि में पूर्ण हो जायेगा। करीब 1 लाख 25 हजार 655 वर्गफुट क्षेत्र में 4 तल तैयार किये जायेंगे। इनमें 43 क्लासरूम के साथ 5 लैबोरेट्ररी, 3 लाइब्रेरी, 1 बहुउपयोगी ऑडिटोरियम भी बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि नवीन भवन में कार्यालय, स्वागत कक्ष, वेटिंग रूम, कैफेटेरिया, रसोई घर, स्टाफ रूम, डाइनिंग, मॉर्डन स्टाइल के प्रसाधन कक्ष, फुटबॉल मैदान, जौगिंग ट्रेक, बैडमिंटन कोर्ट, कार व साइकिल पार्किंग सहित किड्स ग्राउंड का भी प्रावधान किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बदली लॉर्ड मैकाले की शिक्षा नीति
मंत्री विश्वास सारंग ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह दुर्भाग्य का विषय है कि आज़ादी के बाद राष्ट्र में नागरिक निर्माण को लेकर पिछली कांग्रेस सरकारों ने कार्य नहीं किया। यही कारण रहा कि देश में अंग्रेजों के समय से चली आ रही मानसिक रूप से गुलाम बनाने वाली लॉर्ड मैकाली की शिक्षा पद्धति को अपनाकर विद्यार्थियों को शिक्षा दी गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया गया। जिसमें स्कूल में पढ़ने वाला विद्यार्थी देश की संस्कृति से जुड़ेगा और एक अच्छा नागरिक भी बनेगा।
स्कूली शिक्षा से होता है अच्छे नागरिकों का निर्माण
मंत्री विश्वास सारंग ने अपने उद्बोधन में कहा कि माता-पिता बच्चे का लालन-पालन करते हैं। परंतु एक समय के बाद स्कूल ही वह स्थान है जहां उस बच्चे के व्यक्तित्व का निर्माण होता है, जिससे वह राष्ट्र का अच्छा नागरिक बनता है। उन्होंने कहा कि सीएम राइज़ स्कूल के माध्यम से कमजोर एवं मध्यम आय वर्ग के परिवार के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति से हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई की राह हुई आसान
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ही परिणाम है कि प्रधानमंत्री मोदी की मंशानुरूप देश में पहली मेडिकल की पढ़ाई प्रारंभ करने वाला राज्य मध्यप्रदेश बना है। उन्होंने कहा हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई प्रारंभ करने से अब ग्रामीण अंचलों तथा गरीब परिवारों के हिंदी माध्यम में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी अब हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई कर डॉक्टर बन सकेंगे।