भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश के सीहोर जिले में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा को बीच में रोके जाने के मामलें में अब सतना विधायक नारायण त्रिपाठी ने सी एम को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है और सीहोर प्रशासन पर कार्रवाई की मांग की है। विधायक नारायण त्रिपाठी ने सीहोर में बनी परिस्थितियों का सारा ठीकरा जिला प्रशासन पर फोड़ा है। उन्होंने पत्र में लिखा कि भोपाल इंदौर रोड में लगा जाम प्रशासन की असफलता का परिणाम था और इससे बिफरे प्रशासनिक अमले ने पंडित प्रदीप मिश्रा के साथ दुर्व्यवहार किया और दवाब बनाकर कथा समाप्ति की घोषणा करा दी। गौरतलब है कि बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस घटना पर अपनी नाराजगी जताते हुए सीएम को पत्र लिखा है। वही कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने इस घटना पर विरोध जताया है।
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दरअसल शिव महापुराण और रुद्राक्ष महोत्सव की तैयारियां चितावलिया हेमा गांव में पिछले 15 दिन से चल रही थीं। सोमवार सुबह पंडित प्रदीप मिश्रा ने आयोजन की शुरुआत की। भीड़ इतनी उमड़ी की दोपहर होते-होते भोपाल-इंदौर स्टेट हाईवे के दोनों ओर 25 किमी तक जाम लग गया। हालात ऐसे बन गए कि पैदल चलने वालों तक का हाईवे से गुजरना मुश्किल हो रहा था। जिसके बाद शिवमहापुराण की कथा का वाचन कर रहे पं. प्रदीप मिश्रा ने बताया- ऊपर से कार्यक्रम को स्थगित करने का दबाव आ रहा था। यह कहते हुए उन्होंने हाथ जोड़कर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं से क्षमा मांगी और रूद्राक्ष महोत्सव कार्यक्रम को स्थगित करने और सात दिवसीय शिव महापुराण कथा को ऑनलाइन करने की बात कही।