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MP उपचुनाव: पूर्व MLA के बेटे का FB पोस्ट-‘कमल बटन दबाने पर वोट BJP को जाएगा या पूर्व कांग्रेसी को’

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
कमलनाथ सरकार (Kamalnath Sarkar) के पतन के बाद एमपी (MP) में सरकार बनाने वाली बीजेपी (BJP) उपचुनाव (Byelection) से पहले ‘अपनों’ से घिर गई है। वरिष्ठ नेता उपेक्षा से नाराज हो रहे है तो युवाओं और कार्यकर्ताओं में नए मेहमानों को ज्यादा तवज्जों दिए जाने से असंतोष पनपने लगा है। कोई सीधे तौर पर पार्टी और संगठन के सामने अपनी बात रख रहा है तो कोई सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अंदर के दर्द को बाहर निकाल रहा है। खास करके दिग्गज नेता और उनके पुत्र ट्वीटर-फेसबुक के माध्यम से अपनी ही पार्टी को घेरने में जुटे है। इसी कड़ी में जनसंघ और भाजपा से विधायक रहे तेजसिंह सेंधव के पुत्र और युवा भाजपा नेता कृष्णपाल सिंह सेंधव (Young BJP leader Krishnapal Singh Sendhav) की पोस्ट तेजी से सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने सिंधिया और उनके समर्थकों को लेकर अपनी ही पार्टी को आड़े हाथों लिया है।

दरअसल, पूर्व विधायक के बेटे कृष्णपाल सिंह की एक फेसबुक पोस्ट तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें नए मेहमानों को लेकर सवाल खड़े किए है।वही एक के बाद एक कांग्रेसियों को बीजेपी में शामिल करने की बात भी कही गई है। पहली पोस्ट में लिखा है मैं जब अगली बार कमल के फूल वाली बटन को दबाउंगा तो मेरा वोट किसे जाएगा भाजपा को या पूर्व कांग्रेस को।दूसरी पोस्ट में लिखा है भाजपा वालों जिन कांग्रेसियों को कल तक गाली देते थे उन्हें आप आदरणीय बना रहे है ।इसी तरह तीसरी पोस्ट में लिखा गया है कि भाजपा को अपने ही कार्यकर्ताओं पर भरोसा नही जो कांग्रेसियों को शामिल करते जा रहे है।यह हर भाजपा कार्यकर्ता को सोचना पड़ेगा।वही आखरी और चौथी पोस्ट में लिखा है कि सत्ता ना तो भाजपाई बदलते है ना ही कांग्रेस सत्ता बदलने वाले इन दोनों के बीच आम वोटर होते है इसलिए जरा संभल के ।

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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)