अब आमजन स्वयं कर सकेगा E- Stamp जारी, संपदा 2.0 को लेकर बोले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा…

देवड़ा ने कहा कि क्योंकि अब प्रक्रिया पेपरलेस रहेगी इसलिए फ्रॉड की रोकथाम पूर्ण रूप से की जा सकेगी, ऑनलाइन प्रक्रिया होने के चलते राजस्व की भी ज्यादा प्राप्ति की जा सकेगी।

Jagdish Devda Sampada 2.0 Software

Sampada 2.0 : आज मध्य प्रदेश में संपदा 2.0 सॉफ्टवेयर का मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शुभारंभ किया। इस शुभारंभ पर मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा भी सीएम के साथ मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने ना केवल टेक्नोलॉजी से ओतप्रोत मध्य प्रदेश की नई सरकार के नवाचारों को लेकर मोहन यादव की जमकर तारीफ़ की बल्कि मध्य प्रदेश को टेक्नोलॉजी के प्रदेश का तमगा तक दे डाला।

देवड़ा ने कहा कि जिस तकनीक के साथ मध्य प्रदेश इन नए नवाचारों को कर रहा है और आज इस संपदा 2.0 सॉफ्टवेयर का शुभारंभ किया है ऐसा करने वाला पूरे देश में मध्य प्रदेश पहला राज्य है।

क्या है Sampada 1.0 और 2.0 में अंतर

इसी के साथ उपमुख्यमंत्री ने संपदा 2.0 को लेकर कहा कि यह सॉफ्टवेयर आमजन के जीवन को सरल और सुविधाजनक बनाएगा। इसके साथ ही देवड़ा है संपदा 2.0 और 1.0 में क्या अंतर है इस बात की भी जानकारी दी।

कई और विभागों का भी किया गया Integration

उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने बताया कि संपदा 2.0 के चलते अब व्यक्ति को पंजीयन कार्यालय में आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, साथ ही रजिस्ट्री के लिए दस्तावेजों की तैयारी भी सरल होगी, जहां एक ओर संपदा 1.0 में सिर्फ राजस्व और वित्त विभाग का इंटीग्रेशन था वही अब संपदा 2.0 में इनके साथ जीएसटी विभाग, आयकर विभाग, नगरीय निकाय एवं आवास विभाग, पंचायत विभाग, तथा आधार कार्ड से भी जोड़ा गया है।

Fraud पर लगेगी रोकथाम

जगदीश देवड़ा ने इन सभी विभागों को एक साथ जोड़ने की प्रक्रिया को प्रदेश सरकार की एक बड़ी उपलब्धि बताया है। देवड़ा ने कहा कि क्योंकि अब प्रक्रिया पेपरलेस रहेगी इसलिए फ्रॉड की रोकथाम पूर्ण रूप से की जा सकेगी, ऑनलाइन प्रक्रिया होने के चलते राजस्व की भी ज्यादा प्राप्ति की जा सकेगी।

व्यक्ति स्वयं जारी कर सकेगा E- Stamp

देवड़ा ने इस शुभारंभ के मौके पर और जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा जीरो टॉलरेंस की नीति का पूरी तरह से अनुपालन किया जाएगा साथ ही जो E स्टांप पहले केवल सेवा प्रदत्त स्तर पर जारी होते थे वह अब व्यक्ति स्वयं के लिए भी जारी कर सकेगा। चूँकि संपदा 2.0 में आधार से लिंक दस्तावेज पहले से रहेंगे इसी वजह से गवाहों की आवश्यकता अब नहीं पड़ेगी और व्यक्ति की रजिस्ट्री सीधे ईमेल व्हाट्सएप और डिजि लाकर के माध्यम से प्रदान की जाएगी। मोबाइल लोकेशन के माध्यम से किसी भी जगह की राजस्व दर आसानी से पता की जा सकेगी जिससे नागरिकों के लिए प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाया जा सकेगा।

 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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