MP: कन्या विवाह योजना फिर होगी शुरू, जाने बजट में महिलाओं के लिए क्या है सरकार का प्लान..

Manisha Kumari Pandey
Published on -
मप्र सरकार

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। MP बजट 2022–23 महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इस वर्ष बजट (budget) में कई ऐसी योजनाओं  (schemes) को शामिल किया गया है, जो महिलाओं को प्रगति और उन्नति  (women development) की राह पर ले जाएगी और कई नई योजनाओं की शुरूआत इस बजट सत्र (budget session) में होने वाली है। इस लिस्ट में कन्या विवाह योजना भी शामिल है।  बता दें कि इस वर्ष के बजट के मुताबिक कन्या विवाह योजना फिर से शुरू की जाएगी । कन्या विवाह योजना की मदद से गरीब परिवार की बेटियों की शादी में आर्थिक परेशानी (financial problem) को कम किया जाता है, इस योजना के तहत कन्या के विवाह समारोह में पूजा- पाठ की चीजें खरीदने के लिए धनराशि (money) बचत खाते में जमा कराए जाते हैं।

यह भी पढ़े… NMML Recruitment: कई पदों पर निकली भर्ती, होगी आकर्षक सैलरी, जल्दी करें आवेदन..

साथ ही साथ महिला स्वसहायता समूहों (women self help groups)  के प्रशिक्षण, काउंसलिंग, कौशल संवर्धन (skill enhancement), उत्पादों की मार्केटिंग और अन्य सुविधाएं के लिए मुख्यमंत्री महिला उद्यम शक्ति योजना  की शुरुआत होगी। साथ ही साथ मध्य प्रदेश की 41 लाख से अधिक बेटियों के भविष्य को भी सुरक्षित किया जाएगा, जिसके लिए लाडली लक्ष्मी योजना का विस्तार (expand) होगा, जिसके लिए सरकार द्वारा 1400  करोड रुपए का प्रावधान किया गया है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त  (financially empowered) बनाने के लिए अजीविका मिशन में भी प्रावधान किया गया है। महिला आर्थिक  विकास निगम को भी सुधारा जाएगा और उसे और भी अच्छा बनाया जाएगा।  महिलाओं के लिए रोजगार मूलक आर्थिक सहायता की नई योजना का प्रस्ताव भी पारित किया गया है, इसके लिए 50 करोड़ रूपए का प्रावधान सरकार द्वारा दिया जाएगा।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News