MP News : बारिश और ओलावृष्टि से ख़राब हुई फसलों का सर्वे कर तत्काल राहत राशि देने के निर्देश, सीएम मोहन यादव बोले- सरकार अन्नदाता के साथ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में असामयिक वर्षा/ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान का तत्काल सर्वे करवा कर राहत राशि का वितरण करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संकट के समय में मध्यप्रदेश सरकार अन्नदाताओं के साथ खड़ी है।

CM Dr Mohan Yadav

MP News : पिछले कुछ दिनों में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभों से मध्य प्रदेश का मौसम भी प्रभावित हो रहा है, यहाँ हो रही असमय बारिश और हाल ही में हुई ओलावृष्टि ने किसानों की तैयार फसल को बहुत नुकसान पहुंचाया है, किसानों की पूरी मेहनत पानी में मिल गई लेकिन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किसानों से कहा है कि उन्हें चिंता करने की जरुरत नहीं है संकट के समय में सरकार आपके साथ है, उन्होंने अधिकारियों को खबर हुई फसलों का तत्काल सर्वे कर राहत राशि तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राजस्व मंत्री  करण सिंह वर्मा ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए हैं  कि 26 एवं 27 फरवरी को हुई असामयिक वर्षा/ ओला वृष्टि से हुई फसल क्षति का सर्वेक्षण समय सीमा में करें। उन्होंने कहा है कि सर्वेक्षण संवेदनशीलता के साथ किया जाये।

26 और 27 को इन जिलों में हुई बारिश ने बर्बाद की फसलें   

गौरतलब है कि 26 एवं 27 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ के कारण जबलपुर, शहडोल, ग्वालियर एवं नर्मदापुरम संभाग के सभी जिलों, रीवा संभाग के कुछ जिलों और सागर, दमोह, खण्डवा, इंदौर, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सतना, बड़वानी, पन्ना, भोपाल, विदिशा, रायसेन, खरगोन, सिंगरौली एवं सीधी जिलों में असामयिक वर्षा हुई है।

पूर्व में हुई ओला वृष्टि पर 17 करोड़ 81 लाख की राहत राशि स्वीकृत

मंत्री करण सिंह वर्मा ने बताया है कि पहले भी 11 से 14 फरवरी 2024 के मध्य हुई असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि से प्रभावित 8 जिलों में सर्वे के बाद 25 तहसीलों के 196 गाँवों के 16 हजार 481 किसानों को 17 करोड़ 81 लाख रुपये की राहत राशि वितरित करने की कार्यवाही की जा रही है।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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