MP Suspend : मध्यप्रदेश में लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक प्राचार्य की घिनौनी करतूतों के चलते उसे न सिर्फ निलंबित किया गया, बल्कि उस पर एफआईआर दर्ज करते हुए गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। सीएम शिवराज ने ट्वीट कर प्राचार्य आरके वर्मा के निलंबन की जानकारी साझा की है।
यह है पूरा मामला
बता दें कि यह पूरा मामला कटनी जिले के बरही महाविद्यालय का है, जहां की सैकड़ों छात्राओं ने मिलकर विधायक संजय पाठक से शिकायत करते हुए दोषी प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने बताया था कि प्राचार्य लड़कियों को गलत नीयत से टच करते थे, कॉमन रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे से कपड़े बदलते देखते थे। जिस पर विधायक पाठक ने कलेक्टर अवि प्रसाद से जांच की बात कहते हुए सीएम शिवराज सिंह को मामले से अवगत कराया था। छात्राओं के साथ हुए अपत्तिजनक व्यवहार के चलते कलेक्टर ने पांच सदस्यीय टीम गठित की थी, जिसमें अध्यक्ष तिलक कॉलेज की प्राध्यापक चित्रा प्रभात सहित 4 अन्य अधिकारियों को सदस्य बनाकर बरही महाविद्यालय भेजा गया। जहां लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम 2013 के तहत गठित कर छात्राओं द्वारा प्राचार्य पर लगाए गए आरोपों व शिकायतों की जांच कराई जिसमें मामला प्रथमदृष्टया सही पाया गया। कमेटी ने मामले की पूरी रिपोर्ट कलेक्टर अवि प्रसाद को सौंपी, जिसके आधार पर जबलपुर अतिरिक्त संचालक को पत्र लिख दोषी प्राचार्य को हटाने की मंशा जाहिर की थी।
सीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी
प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने छात्राओं के साथ अपत्तिजनक व्यवहार करने वाले प्राचार्य डॉ. आरके वर्मा को हटाने का ट्वीट कर पुष्टि की है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार और गलत के विरुद्ध हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। दोषी कोई भी हो, मध्यप्रदेश में बच नहीं पायेगा।
मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार और गलत के विरुद्ध हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है।
बरही, कटनी के शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. के.वर्मा को छात्राओं से आपत्तिजनक व्यवहार करने तथा मध्यप्रदेश पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम,संभाग-सागर के प्रभारी, परियोजना यंत्री जनार्दन सिंह…
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) May 18, 2023
पुलिस में मामला दर्ज
बरही महाविद्यालय के प्राचार्य आरके वर्मा पर क्रमानुसार हुई जांच व निलंबन की कार्यवाही के बाद कलेक्टर अवि प्रसाद ने जांच समिति को दोषी प्राचार्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाने के आदेश जारी किए। इसके बाद मामले की एफआईआर कॉलेज की छात्राओं ने बरही थाने पहुंचकर दर्ज कराई है।