MP News : कांग्रेस MLA बजट सत्र से निलंबित, कांग्रेस ने विधानसभा मे किया हंगामा

Amit Sengar
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MP Assembly Budget Session : मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर बड़ी कार्रवाई की है। स्पीकर ने नियम 264 के तहत जीतू पटवारी को जीतू पटवारी को विधानसभा के बाकी बजट सत्र से निलंबित कर दिया। पटवारी के खिलाफ सत्ता पक्ष की तरफ बार-बार झूठ बोलने को लेकर निलंबन की कार्रवाई की मांग की गई थी। वहीं, अध्यक्ष की तरफ से की गई कार्रवाई से नाराज कांग्रेस सदस्यों ने सदन मे हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी भी की। कांग्रेस ने स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात भी कही। इसके बाद सदन की कार्रवाई शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

बता दें कि विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हई। इसमें जीतू पटवारी ने चर्चा शुरू की। पटवारी ने अपने भाषण में कहा था कि प्रदेश से बाघ, शेर, घड़ियाल बाहर गए। बदले में छिपकली, बंदर, तोते लिए गए। इस पर सत्ता पक्ष की तरफ से ऐतराज जताया गया। सत्ता पक्ष की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मित्रा ने कहा कि पटवारी पर बार-बार सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। साथ ही कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रखा। उन्होंने स्पीकर के आते ही कहा कि सदन को हम मंदिर कहते हैं। आपने भी कहा। इस सदन की मर्यादा को खरोंचने की कोशिशें हो रही हैं। ये पीड़ादायक है। जीतू पटवारी पहले भी ऐसा करते रहे हैं। मामला विशेषाधिकार समिति के पास विचाराधीन है। मैं प्रस्ताव रखता हूं कि बाकी के सत्र के लिए जीतू पटवारी को निलंबित किया जाए, इसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया। कार्रवाई के बाद जीतू पटवारी बोले- मेरी बात सुनी जाए। इस पर नरोत्तम ने कहा कि निलंबित सदस्य भाषण नहीं दे सकता। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जीतू पटवारी के निलंबन का कांग्रेस ने विरोध किया है।

वहीं, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जीतू पटवारी को निलंबित करना अलोकतांत्रित कदम है। विधानसभा अध्यक्ष को निलंबन पर पुनर्विचार करना चाहिए। एक तरफा निलंबन की कार्रवाई विधानसभा की उच्च परंपराओं के अनुकूल नहीं हैं।

उधर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हम स्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव लाएंगे। बीजेपी के इशारे पर तानाशाही तरीके से जीतू पटवारी को निलंबित किया गया है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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