MP News : तेज ठंड में जरूरतमंदों को मदद पहुंचाएगी सरकार, चलेगा “सहयोग अभियान”, 8 दिसम्बर को प्रदेशव्यापी कार्यशाला

प्रदेश के सभी शहरों में वर्ष 2022 में आरआरआर केन्द्र स्थापित किये गये हैं। नगरीय निकायों में इस काम के लिये विशेष वाहन भी संचालित किये जा रहे हैं।

Atul Saxena
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MP News : प्रदेश में सर्दी का मौसम शुरू हो गया है, दिसंबर और जनवरी के महीने में प्रदेश के कई जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ती है जिससे उन लोगों को खासी परेशानी होती है जो लावारिस हैं या फिर जिनके पास रहने की जगह नहीं है, पहनने के लिए कपड़े नहीं हैं, ऐसे निराश्रित लोगों के लिए सरकार “सहयोग अभियान” चला रही है जिससे इनकी मदद की जाएगी

मध्य प्रदेश के नगरीय विकास आयुक्त भरत यादव ने प्रदेश के 413 नगरीय निकायों को परिपत्र जारी कर इस “सहयोग अभियान” से सम्भाधित निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि सहयोग अभियान में जन-प्रतिनिधियों की मदद से अधिक से अधिक जन-भागीदारी सुनिश्चित की जाये। यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत संचालित होगा।

625 RRR केन्द्रों में विशेष व्यवस्था

पत्र में नगरीय निकायों के मैदानी अमले को कहा गया है कि नागरिकों से गर्म कपड़े एवं सामग्री एकत्र कर जरूरतमंदों तक पहुँचाने के लिये टीम भावना के साथ काम किया जाये। मिशन संचालक, स्वच्छ भारत मिशन शहरी अक्षय तेम्रवाल ने बताया कि नगरीय निकाय के अमले को गर्म वस्त्र और सामग्री तत्परता से एकत्र करने और जरूरतमंद तक पहुँचाने के लिये कहा गया है। आयुक्त भरत यादव ने जानकारी दी कि अभियान के लिये 625 रिसाइकिल, रियूज और रिड्यूज (आरआरआर) केन्द्रों में विशेष व्यवस्था की जा रही है।

ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन

गौरतलब है कि नगरीय विकास विभाग ने सहयोग अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए रविवार 8 दिसम्बर, 2024 को प्रात: 9 बजे प्रदेशव्यापी ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय लिया है। कार्यशाला में जन-प्रतिनिधियों, नागरिकों और स्वयंसेवी संस्थाओं के अनुभव और सुझाव साझा किये जायेंगे। कार्यशाला में शामिल होने के लिये लिंक स्वच्छ भारत मिशन, शहरी के सोशल मीडिया पेज पर उपलब्ध होगा।

नगरीय निकायों में विशेष वाहन संचालित

प्रदेश के सभी शहरों में वर्ष 2022 में आरआरआर केन्द्र स्थापित किये गये हैं। नगरीय निकायों में इस काम के लिये विशेष वाहन भी संचालित किये जा रहे हैं। संचालनालय स्तर पर प्रदेशव्यापी अभियान की निगरानी के लिये विशेष व्यवस्था भी की गयी है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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