MP News : हाथरस सत्संग हादसे में ग्वालियर की महिला की मौत, सीएम डॉ मोहन यादव ने दी श्रद्धांजलि, प्रदेश की तीन अन्य महिलाएं सुरक्षित

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इसकी न्यायिक जाँच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में की जाएगी, इसे सिर्फ एक हादसा मानकर छोड़ा नहीं जायेगा। 

Atul Saxena
Published on -
CM Dr Mohan Yadav

MP News : उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण हरि उर्फ़ भोले बाबा के सत्संग आश्रम में मची भगदड़ में 121 लोगों की जन चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए, इस हादसे में मध्य प्रदेश के ग्वालियर की एक महिला रामश्री की मौत हो गई लेकिन अच्छी बात ये रही कि मध्य प्रदेश से सत्संग में शामिल होने गई तीन अन्य महिलाएं सुरक्षित हैं , सीएम डॉ मोहन यादव ने महिल अकी मौत पर दुःख जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है, उन्होंने X पर पोस्ट लिखकर इसकी जानकारी साझा की है

सीएम डॉ मोहन यादव ने जताया दुःख, श्रद्धांजलि अर्पित की  

डॉ मोहन यादव ने लिखा-  “उत्तर प्रदेश के हाथरस में कल सत्संग के दौरान भगदड़ में ग्वालियर की हमारी बहन रामश्री धर्मपत्नी दयाल सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर की कृपा से सत्संग में शामिल होने गई म.प्र. की 3 अन्य महिलाएं सकुशल हैं। हम स्थानीय पुलिस-प्रशासन से संपर्क में हैं। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को मोक्ष प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति।

ऐसे हुआ हादसा, सीएम योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जाँच के आदेश दिए 

घटना के सम्बन्ध में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज मीडिया को बताया कि सत्संग के बाद जब प्रवचन ख़त्म हुए और वे सज्जन आसन से नीचे उतरे तो उनके पैर छूने के लिए कुछ महिलाएं आगे बढीं तो उनके पीछे भारी संख्या में भीड़ आगे बढ़ी जिससे वहां धक्का मुक्की शुरू हो गई और फिर वहां मौजूद सेवादारों में भीड़ को खदेड़ना शुरू कर दिया जिससे वहां भगदड़ मच गई और 121 श्रद्धालुओं की जान चली गई। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसमें आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है  और हादसे की उच्चस्तरीय जाँच के आदेश दिए है, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इसकी न्यायिक जाँच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में की जाएगी, इसे सिर्फ एक हादसा मानकर छोड़ा नहीं जायेगा। मैंने खुद जाकर घायलों से बात की है, पूरा प्रशासन जुटा हुआ है।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News