भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। एमपी उपचुनाव (MP By-election) से पहले भाजपा ने संगठन को मजबूत करने के लिए भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश का सह-संगठन मंत्री की नियुक्ति की है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हितानंद शर्मा (Hitanand Sharma) को ये बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (National President JP Nadda) ने संघ से जुड़े हितानंद को एमपी बीजेपी का सह संगठन मंत्री नियुक्त किया है। पूर्व प्रदेश सह संगठन महामंत्री और आरएसएस के प्रचारक अतुल राय को भाजपा से आरएसएस में वापस भेजे जाने के बाद से ही यह पद खाली चल रहा था। हितानंद भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत (Suhaas Bhagat) को सहयोग करेंगे।
हितानंद शिवपुरी और विदिशा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक रह चुके हैं। वे 1995 से आरएसएस में प्रचारक हैं। हितानंद विद्या भारती मध्य भारत प्रांत के संगठन मंत्री भी रहे। यह नियुक्ति उपचुनाव के ठीक पहले की गई है। उपचुनाव से पहले हुई इस नियुक्ति के कई सियासी मायने निकाले जा रहे है। सुत्रों की माने तो उपचुनाव से पहले अपनों की नाराजगी भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है, यही कारण है कि उम्मीदवारों का ऐलान नही किया गया है। वही संगठन को लगातार पार्टी में असंतोष और विरोध की शिकायतें लगातार मिल रही थी, ऐसे में कई गुटों में बंट रही बीजेपी को थामने के लिए हाईकमान ने हितानंद को नए सह संगठन मंत्री के रुप में नियुक्त किया है।
बता दे कि एमपी में 27 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें से 25 उम्मीदवार लगभग तय है, जो कांग्रेस छोडकर भाजपा में आए है, हालांकि अभी तक औपचारिक रुप से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नही किया गया है वही दो सीटों पर मंथन जारी है, ऐसे में लिस्ट जारी करने पर कांग्रेस की तरह बीजेपी में भी विरोध के स्वर फूट सकते है, लेकिन इसके पहले ही संघ से जुड़े हितानंद को एमपी भेजकर सभी पर कंट्रोल करने के संकेत दे दिए है।हितानंद उपचुनाव में कितना डैमेज को कंट्रोल कर पाते है ये देखने वाली बात होगी।