MP News : स्कूली शिक्षा में क्वालिटी एजुकेशन की दिशा में काम कर रही मध्य प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार स्कूली बच्चों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर भी फोकस्ड है, मिड डे मील से लेकर अन्य शासकीय योजनाओं की मॉनिटरिंग भी शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी कर रहे हैं।
इसी क्रम में स्कूल शिक्षा विभाग ने फैसला किया है कि इस वर्ष 2024-25 में नि:शुल्क साइकिल प्रदाय योजना में 4 लाख 50 हजार शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिल प्रदान की जाएगी। इस संबंध में विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गए हैं।
छात्रावास में पढ़ने वाली छात्राएँ भी होंगी लाभान्वित
योजना में कक्षा-6 एवं 9 में प्रथम प्रवेश पर पात्र विद्यार्थियों को अध्ययन सुविधा के लिये नि:शुल्क साइकिल प्रदान की जाती है। योजना में पिछले वर्ष 4 लाख 7 हजार विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिल प्रदान की गई थीं। योजना में उन छात्राओं को भी लाभ दिया जायेगा, जिनके छात्रावास और शासकीय स्कूल के बीच की दूरी 2 किलोमीटर या इससे ज्यादा हो। विभागीय अधिकारियों को साइकिल की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखे जाने के लिये कहा गया है।
500 से अधिक शालाओं के छात्र-छात्राओं ने बनायी मानव श्रृंखला
प्रदेश में 17 सितम्बर से शुरू हुआ स्वच्छता ही सेवा अभियान प्रदेशभर में सभी नगरीय निकायों में जन-भागीदारी से चल रहा है। प्रदेश के 500 से अधिक शालाओं के छात्र-छात्राओं ने अपने शहर में मानव श्रृंखला बनाकर स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। इस वर्ष “स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’’ की थीम पर साफ-सफाई पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
अलग अलग जिलों के स्कूलों में हुए कार्यक्रम
विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जन-भागीदारी और सफाई मित्रों के सहयोग से शहरी क्षेत्र में श्रमदान कर सफाई कार्य किये गये। ग्वालियर में केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा नागरिकों को स्वच्छता की शपथ दिलायी गयी। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल और पार्षदगण मौजूद थे। खण्डवा में महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव एवं अन्य जन-प्रतिनिधि सफाई कार्य में शामिल हुए। मुरैना में शालाओं के विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलायी गयी। मुरैना के टीएसएस स्कूल के छात्र-छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनायी और सभी को स्वच्छता की आदत को आत्मसात करने का संदेश दिया। महापौर श्रीमती शारदा देवी सोलंकी सामूहिक सफाई कार्य में प्रमुख रूप से शामिल हुईं।
प्रदेश में वर्ष 2014 से स्वच्छ भारत मिशन शहरी की शुरूआत से ही मध्य प्रदेश में स्वच्छता कार्यक्रम ने एक जन-आंदोलन का रूप ले लिया है। प्रदेश में शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण प्रमुखता से किया जा रहा है। प्रदेश के नगरीय निकायों में कचरा प्र-संस्करण इकाइयों को प्राथमिकता दी गयी है।