MP Politics: बीजेपी सांसद के बयान पर बवाल, खंडवा मे चुनावी मुद्दा बनायेगी कांग्रेस

Pooja Khodani
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Pragya Singh

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हमेशा सुर्खियों में रहने वाली भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) ने एक बार फिर बड़ा बयान देकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। बीजेपी सांसद के इस बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस में वार-पलटवार शुरु हो गया है। इतना ही नहीं कांग्रेस तो इस मुद्दे को अब खंडवा उपचुनाव में भुनाने की तैयारी में है।वही बीजेपी ने भी बचाव की रणनीति बनाना शुरु कर दी है।

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दरअसल, शुक्रवार को राजधानी भोपाल में एमवीएम कॉलेज में दशहरा कार्यक्रम के दौरान सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेसी तो पशुओं से भी गए बीते हैं, ऐसे लोग विधायक बनने लायक नहीं है लेकिन विधायक बनते हैं। अपने को हिंदू कहते हैं लेकिन संवेदनाहीन होते हैं। शर्म आनी चाहिए ऐसे कांग्रेसियों को और शर्म आनी चाहिए ऐसे देशद्रोहियों को। इनके लिए भारत में जगह नहीं है। भारत में कोई रहेगा तो सिर्फ राष्ट्रभक्त रहेगा। राष्ट्र हिंदुओं के साथ है, राष्ट्रभक्त हिंदू होते हैं।

इस पर कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा (Congress MLA PC Sharma) नाराज हो गए और बीच कार्यक्रम में से ही उठकर चले गए। हालांकि बीजेपी नेता राहुल कोठारी ने उन्हें काफी मनाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं मानें और नाराज होकर चले गए।इसके बाद से ही पूरी कांग्रेस हमलावर हो गई है और बीजेपी भी जमकर पलटवार कर रही है।

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कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि भाजपा सांसद द्वारा माँ नर्मदा एवं उनके भक्तों पर की गई अनर्गल टिप्पणी नर्मदा परिक्रमावासियों को कहा पापी। ये वही सांसद है जो कोरोना काल में जब जनता को जरूरत थी तो मदद तो दूर दिखाई तक नही दी। ये आतंकवाद की आरोपी हैं और मेडिकल के आधार पर जमानत पर है, फिर भी कबड्डी, ओर गरबा खेल रही है कोर्ट को संज्ञान लेते हुए इसकी जमानत कैंसिल करना चाहिए। धार्मिक एवं सांस्कृतिक मंच का उपयोग सांसद ने अपनी घटिया राजनीति के लिए किया। कोरोना काल में जब जनता को जरूरत थी तब ये गायब रही
जनता द्वारा ही इनके गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए थे, क्योंकि लोग परेशान थे।

बयान पर माफी मांगे

कांग्रेस नेता योगेन्द्र सिंह परिहार ने ट्वीट कर लिखा है कि पुराणों के अनुसार माँ नर्मदा के दर्शन मात्र से पाप नष्ट हो जाते हैं। क्या भगवा धारण करने वाली झूठी साध्वी भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर वेद-पुराण के तथ्यों को गलत साबित कर रही हैं? नर्मदा जी की महिमा खंडित करने वाली प्रज्ञा ठाकुर को अविलंब अपने बयान पर माफी मांगना चाहिए।

3 किमी भी नहीं चल पाएंगी

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के निजी सचिव और लेखक ओमप्रकाश शर्मा ने भी फेसबुक (Facebook) के माध्यम लिखा है कि सांसद आसाध्वी जी, जरा शर्म करो। नर्मदा परिक्रमावासी के प्रति आपके ऐसे शब्द न सिर्फ धर्म की मर्यादा को बल्कि नर्मदा जी की और समूची स्त्री जाति की मर्यादा को तार-तार करते है। आपने कहा कि नर्मदा परिक्रमा करने से कोई अधर्मी पवित्र नही हो जाता। तो मुझे लगता है, कि संभवतः यह आपका अनुभव है। सचमुच कोई भी अधर्मी नर्मदा जी की 3000 किलोमीटर से अधिक की परिक्रमा नही कर सकता है। मुझे लगता है, आप तो शायद 3 किलोमीटर भी नही चल पाएंगी

उन्होंने कहा कि आपके धर्म को तो सारा हिंदुस्तान जानता है! आप किस धर्म की बात कर रही है? यह सिर्फ श्री दिग्विजय सिंह जी का ही नही, मुझ जैसे लाखों नर्मदा परिक्रमावासियों का अपमान है, जो सत्य, अहिंसा और मानवता के रास्ते पर चलकर अपने धर्म का पालन करते है और सभी धर्मों का और मानव मात्र का सम्मान करते है। आप सांसद होकर धर्म के मंच पर धर्म का अपमान करती है, और पवित्रता की बातें करती है। अफसोस! मुझे कहना पड़ेगा, कि आप धार्मिक तो कतई नही है। हम परिक्रमावासी आपके बयान से बहुत आहत है। यह असहनीय है।

भाजपा बोली- चोर की दाढ़ी में तिनका

भाजपा नेता सुरेन्द्र शर्मा (BJP Leader Surendra sharma) ने ट्वीट कर लिखा है कि कल भोपाल में रावण दहन के दौरान भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बिना किसी का नाम लिये अपनी बात कही थी लेकिन कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा को मिर्ची लग गई और वह मंच छोड़कर चले गये इसे चोर की दाढ़ी में तिनका ही कहा जायेगा। वैसे भी कांग्रेस का हिंदुत्व से बैर जग जाहिर है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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