MP Breaking News
Sun, Dec 21, 2025

MP School : विद्यालयों में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव 9 व 10 जुलाई को, प्रतियोगिताएं होंगी, पूर्व छात्र भी होंगे शामिल

Written by:Atul Saxena
Published:
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों में भारतीय मूल्यों संस्कृति आधारित शिक्षा के लिये कई उल्लेखनीय कदम उठाये गये हैं। उनमें से एक विद्यालयों में गुरु पूर्णिमा का आयोजन किया जाना भी एक है।
MP School : विद्यालयों में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव 9 व 10 जुलाई को, प्रतियोगिताएं होंगी, पूर्व छात्र भी होंगे शामिल

गुरु के प्रति आदर प्रदर्शित करने, उसकी पूजा करने, गुरु की हमपर कृपा बनाये रखने के लिए आभार प्रकट करने का पर्व गुरु पूर्णिमा की तैयारियां इस समय पूरे देश में चल रहीं हैं, धार्मिक स्थलों से लेकर आश्रमों तक ने पर्व को लार उत्साह है, इसी क्रम में मध्य प्रदेश सरकार भी कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करेगी, स्कूल शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाने का निर्णय लिया है।

आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं कि प्रदेश के सभी विद्यालयों में 10 जुलाई गुरूवार को गुरु पूर्णिमा के मौके पर 2 दिवसीय उत्सव का आयोजन किया जायेगा। यह आयोजन 9 और 10 जुलाई को होगा।

पहले दिन 9 जुलाई को होंगे ये कार्यक्रम 

निर्देश में कहा गया है कि पहले दिन 9 जुलाई को विद्यालय में प्रार्थना सभा के बाद शिक्षकों द्वारा गुरु पूर्णिमा के महत्व और पारंपरिक गुरु-शिष्य संस्कृति के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी जायेगी। विद्यालय में प्राचीन काल में प्रचलित गुरुकुल व्यवस्था एवं उसका भारतीय संस्कृति में प्रभाव विषय पर बच्चों के बीच में निबंध लेखन प्रतियोगिता की जायेगी।

पूर्व विद्यार्थी अनुभव साझा करेंगे 

विद्यालयों के प्राचार्यों से कहा गया है कि आयोजन के दौरान साधु-संतों, गुरूजनों, सेवानिवृत्त शिक्षकों, विद्यार्थियों और नागरिकों को आमंत्रित किया जाये। इन आयोजन में विद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों को भी आमंत्रित किया जा सकता है। पूर्व विद्यार्थी अपने शाला जीवन के अनुभव को विद्यार्थियों के बीच साझा करेंगे।

 माँ सरस्वती की पूजा, गुरुजनों का सम्मान होगा 

उत्सव के दूसरे दिन 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन प्रदेश की शिक्षण संस्थाओं में वीणा वादिनी माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण कर गुरु वंदना की जायेगी। विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा गुरु की महिमा पर केन्द्रित व्याख्यान होंगे। इसी के साथ इस दिन गुरुजनों एवं शिक्षकों का सम्मान भी किया जायेगा।