भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
मध्यप्रदेश में जुलाई का महिना सूखा बीतने के बाद अगस्त में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए है, सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई है, लोगों के घरों से लेकर एयरपोर्ट तक पानी भर गया है, इसके चलते बरगी, यशवंत सागर, बाणसागर जैसे बांधों के गेट खोले जा चुके है, वही भोपाल के भदभदा के गेट भी खोलने की तैयारी है।मौसम विभाग ने फिर आज रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग ने 48 घंटे अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसको देखते हुए सीएम शिवराज ने कलेक्टरों को छोटे-बांधों बांधों की लगातार निगरानी करने को कहा और उन पर अमले को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए। वहीं नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के कंट्रोल रूम से लगातार संपर्क में रहने को कहा है।
मौसम विभाग की माने तो शनिवार को भोपाल, सागर, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग में अच्छी बरसात होगी। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। रविवार को रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल और चंबल संभाग में कहीं-कहीं भारी बरसात होने की संभावना है।वही विभाग ने शनिवार, रविवार को भोपाल, सागर, जबलपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में भारी वर्षा होने की चेतावनी दी है।
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा गहरा कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी मप्र में जबलपुर और गुना के बीच सक्रिय है। साथ ही मानसून द्रोणिका भी गुना से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। उधर, अरब सागर से भी लगातार नमी मिल रही है। इस वजह से भोपाल सहित प्रदेश के कई स्थानों पर अच्छी बरसात हो रही है। रुक-रुक कर तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला दो दिन तक जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा 23 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। उसके सक्रिय होते ही बारिश का एक और दौर शुरू हो जाएगा।
आपदा नियंत्रण केंद्र 24 घंटे रहे सक्रिय- सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मूसलाधार वर्षा हो रही है। आज मैंने बैठक कर व्यवस्थाओं और टीम को मुस्तैद रखने के निर्देश दिये हैं। प्रदेश का कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेगा। हर जिले में आपदा नियंत्रण के लिए टीम तैयार है। कोई कठिनाई हो, तो सूचित करें; तत्काल मदद पहुंचेगी।मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक कर समीक्षा कर लें, आवश्यक राहत के कार्य हों।जिला मुख्यालय स्थित आपदा नियंत्रण केंद्र को 24 घंटे सक्रिय रखा जाए।बाढ़ की स्थिति में आपात राहत के लिए सभी उपयोगी उपकरण, खोज एवं बचाव दल आदि पूरी तरह तैयार और मुस्तैद रहे ।प्रदेश में हो रही लगातार वर्षा से उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों से बचाव के लिए अलर्ट रहें।बाढ़ की स्थिति की सूचनाओं के आदान-प्रदान व समन्वय स्थापित करने के लिए जिला कलेक्टर अपने सीमावर्ती जिलों के कलेक्टर के साथ सतत संपर्क में रहें। नर्मदा घाटी विकास द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम से सतत संपर्क में रहें। मुख्यमंत्री के निर्देश सभी कमिश्नर नियमित मॉनिटरिंग करते रहें।
पिछले 24 घंटों में जिलों का हाल
भोपाल: राजधानी हुई पानी-पानी, भदभदा गेट खोलने की तैयारी
लगातार हो रही बारिश ने राजधानी को तरबतर कर दिया। शुक्रवार को 3.64 इंच बारिश हुई। इससे पहले गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक 24 घंटे में पौने 5 इंच पानी बरस चुका था। इससे बड़े तालाब का लेवल भी 24 घंटे में 1 फीट बढ़ गया। लगातार बारिश से भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट पर विमान लैंड नहीं हो पा रहे , एयरपोर्ट के रनवे पर पानी भर गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के कर्मचारी रनवे से पानी हटाने की कोशिश कर रहे हैं। इंडिगो की मुंबई व बेंगलुरु फ्लाइट को नागपुर डाइवर्ट किया गया, वहीं भोपाल से जाने वाले यात्रियों को इंतजार करने के लिए कहा गया है।। कोलांस नदी के उफान पर आने से बड़े तालाब का जल स्तर एक फीट के करीब बढ़ गया है। भदभदा बांध के गेट खोलने की तैयारी की जा रही हैं। रेलवे के अंडरब्रिज पर पानी भरने से आवागमन बंद हो गया।
इंदौर: स्वच्छता में नंबर वन की खुली पोल, टूटा 39 सालों का रिकॉर्ड
शुक्रवार शाम को अचानक हुई तेज बारिश (rain) ने शहर की शक्लो सूरत ही बदल दी। भारी बारिश ने 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसके पहले अगस्त के महीने में एक दिन में सर्वाधिक बारिश 10 अगस्त 1981 में हुई थी। वहीं रात 8.30 बजे के बाद आज सुबह तक 7 इंच बारिश दर्ज की गई है। इस सीजन में अब तक शहर में 32 इंच बारिश हो गई है ।अचानक हुई बारिश के कारण कई जगह पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। तेज बारिश के बाद शहर के पलासिया, लसूड़िया, विजय नगर, कलेक्टर, महू नाका, कालानी नगर, भंवरकुआ, चंदन नगर और राउ सहित अन्य क्षेत्र जलमग्न हो गए। इंदौर की निचली बस्ती में जलजमाव की स्थिति बन गई है। रातभर से हो रही तेज बारिश के चलते शहर की सड़कें नदियों के रूप में तब्दील हो गई है। शहर के शिव शक्ति नगर, बड़ा गणपति स्थित जनता कॉलोनी के कई घरों में पानी भर गया है वही छोटा बांगड़दा क्षेत्र की निचली बस्तियों के घरों में भी तीन से चार से इंच तक पानी भरा हुआ है। वही शहर की सड़कें जलमग्न हो गई जिसके चलते आम दिनों की तरह जारी आवागमन थम गया है। सड़को पर पानी भरने के साथ ही शहर के यशवंत सागर के 6 गेट खोलने की जानकारी भी सामने आई है।भारी बारिश के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है और कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र, कमिश्नर प्रतिभा पॉल और साँसद शंकर लालवानी नगर निगम कंट्रोल रूम पहुँच गए है और सभी अधिकारियों ने नगर निगम, पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। वही शहर के कई इलाकों में बिजली गुल होने की शिकायतें भी सामने आई है।
देवास: दीवार गिरने से बच्ची घायल,उफान पर नदी-नाले,फसलें चौपट
देवास में भी बारिश का कहर जारी है, नदी-नाले उफान पर आ गए है। आज बागली के पास बेहरी गाँव में दीवार गिरने से मासूम बालिका दीपिका पिता प्रेम चौधरी गम्भीर घायल हो गई ।। लगातार बारिश से उदयनगर से इन्दौर मार्ग बन्द हो गया। मगरादे मर्ग पर पुलिया उफान पर है। उदयनगर से बड़वाह मार्ग पर लोहरपिपलया पुल से पानी बहा रहा है। पीपरी से धाराजी मार्ग बन्द होने से आवागमन पूर्ण रूप से बन्द है।बागली-चापड़ा मार्ग पर गुनेरा-गुनेरी की पुलिया,कालीसिंध मार्ग,हाटपिपल्या में नरसिंह घाट, आमलाताज से सोनकच्छ वाला मार्ग,देवगढ़ से बढ़िया मांडू मार्ग पर कालीसिंध आदि सहित जिलेभर की सभी रपटों पर पानी भरा होने से आवगम्न बाधित है!नेमावर में नर्मदा नदी पर भी बहाव तेज है। वही अधिकांश स्थानों पर मक्का की फसल गिर गई। महिगांव तालाब, पानकुआ, पारस बांध पूर्ण रूप से भर गए हैं।अधिकांश प्रमुख स्थानों पर प्रशासनिक अधिकारी दल बल के साथ मौजूद है।
सीहोर: जनजीवन अस्त-व्यस्त, घरों में घुसा पानी
2 दिन से लगातार रिमझिम रिमझिम बदरा झूमकर बरसे जा रहे हैं, जिससे निचली बस्तियों में पानी भर गया जिससे लोगों को आने जाने में बड़ी परेशानी उठाना पड़ रही है। जिले में बारिश के नर्मदा कोलास पार्वती बकरी पुल सीवन नदी सहित नदी नाले उफान पर शुक्रवार से हो रही तेज बारिश का दौर आज शनिवार भी जारी है। लगातार हो रही बारिश के कारण संपूर्ण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। निचली बस्तियों के कई घरों में बारिश का पानी भरा गया है।
रायसेन: मैजिक समेत बहा ड्राइवर, NH12 सहित कई मार्गों का संपर्क टूटा
रायसेन में बारना पुल पर पानी आने से जयपुर- जबलपुर हाईवे और कहूला पुल डूबने से भोपाल-सागर मार्ग बंद हो गया। तेंदोनी नदी में उफान से सिलवानी-उदयपुरा मार्ग बंद है। वही उफनते नाले में एक मैजिक ऑटो (auto) को बह गया। ऑटो के साथ उसका चालक (driver) भी हादसे का शिकाय हो गया। गढ़ी के अगरिया भानपुर के पास नाले में मैजिक ऑटो के साथ उसका चालक भी बह गया। जब ऑटो बह रहा था तो किनारे खड़े लोग चालक को आवाज लगाते रहे और बाहर निकलने को कहते रहे। लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाया और उफनते नाले में बह गया। इस हादसे के बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया है और चालक की तलाश जारी है, साथ ही मैजिक ऑटो को निकालने का प्रयास भी किया जा रहा है ।बेगमगंज की परासरी और गैरतगंज की कउला नदी उफान पर है और दोनों नदी के पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। सिलवानी से जाने बाला उदयपुरा गाडरवारा मार्ग भी बंद हो गया है, तेंदोनी नदी उफान पर पुल के ऊपर से पानी बह रहा है।मूसलाधार बारिश के कारण NH12 भोपाल जबलपुर मार्ग बंद हो गया है। बरेली की वारना नदी उफान पर है और पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। तेज बारिश को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है।
हाेशंगाबाद: नर्मदा का जलस्तर 8 फीट बढ़ा
हाेशंगाबाद में 2 इंच से ज्यादा बारिश हुई। 24 घंटे में नर्मदा का जलस्तर सेठानीघाट पर 8 फीट बढ़कर 955 फीट पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 967 फीट से 12 फीट नीचे है। तवा बांध का जलस्तर 1158 फीट हो गया। 1160 फीट पर जलस्तर आने पर बांध के गेट खोले जा सकते हैं। तवा नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
उज्जैन में रामघाट डूबा, बुरहानपुर में ताप्ती नदी उफान पर
उज्जैन शहर और आसपास के इलाकों शुक्रवार रात से बारिश जारी है। इससे निचले इलाकों में पानी भर गया है। शिप्रा नदी के रामघाट पर कई मंदिर भी डूब गए हैं।बुरहानपुर जिले में लगातार बारिश का दौर जारी है। बारिश के चलते नदी-नालों में बाढ़ आ गई है। ताप्ती नदी भी खतरे के निशान 220.800 पर पहुंच गई है। निचले घाट डूब गए हैं और निचली बस्तियों में पानी भर गया है।