IMD MP Weather Update : मध्यप्रदेश में अब ठंड शुरू हो चुकी है। कड़ाके की ठंड के लिए हालांकि थोड़ा इंतजार करना होगा। वही मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो बारिश की विदाई देरी से हुई है लेकिन ठंड के दिन अब कम होते जा रहे हैं। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से मध्यप्रदेश में कपकपाहट बढ़ेगी।
उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवा के कारण प्रदेश की ठण्ड में वृद्धि होगी। दिसंबर के पहले ही दिन ठंड का असर तेजी देखने को मिला। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 1 हफ्ते तक ठंड का असर ऐसे ही बना रहेगा। हालांकि सर्द हवाओं से मौसम के तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी।
नहीं सक्रिय कोई मौसम प्रणाली
मध्य प्रदेश के मौसम में फिलहाल उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे है।हवाओं का रुख बदल रहा है। सुबह और रात के तापमान में गिरावट है। दोपहर के वक्त तेज धूप निकलने से लोगों को राहत मिल रही है। प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने के लिए कई मौसम प्रणाली सक्रिय होती है लेकिन फिलहाल मध्यप्रदेश में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं होने की वजह से उत्तर की तरफ से आ रही ठंडी हवा के कारण ठंड का असर और अधिक तीव्र होगा।
छतरपुर जिले का नौगांव सबसे ठंडा
24 घंटे के दौरान छतरपुर जिले के नौगांव को सबसे ठंडा रिकॉर्ड किया गया है। तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पचमढ़ी रायसेन और ग्वालियर जिले में भी तापमान 7 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है। दिन के तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किए जा रहे हैं। नवंबर में अधिक ठंड नहीं पड़ने का कारण कई पश्चिमी विक्षोभ के सक्रियता को बताया गया था।
न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी
मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह मौसम में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगी। न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रहेगा। 4 दिसंबर के बाद आसमान में बादल छाएंगे। अधिकारियों का कहना कि बंगाल की खाड़ी में सिस्टम के सक्रिय रहने से तापमान में वृद्धि होगी जबकि सिस्टम के साफ होने के बाद तापमान में तेजी से गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी।