भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज से मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) में एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरु होने वाला है। आज यानि 20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, इस वजह से 21-22 सितंबर को बारिश (Rain) का एक और दौर फिर शुरू होने के आसार हैं।हालांकि वातावरण में नमी के चलते दिन में उमस और गर्मी हो रही है, लेकिन शाम होते होते कई दिनों से कई जिलों में गरज चमक के साथ बौछारों का सिलसिला जारी है। आज रविवार को मौसम विभाग ने 10 संभागों और 5 जिलों में गरज चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग (Weather Department) के मुताबिक मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी भागों में बारिश की गतिविधियां 24 घंटों के बाद कम होने लगेंगी और अगले तीन-चार दिनों तक जहां पूर्वी तथा मध्य भागों में कई जगहों पर अच्छी वर्षा होती रहेगी वहीं पश्चिमी क्षेत्रों में गुना से लेकर इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, धार, मंदसौर तक मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की संभावना है। बारिश के आगामी स्पैल के दौरान सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले जिले होंगे पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, मंडला, बालाघाट, कटनी, सागर, सतना, पन्ना, छतरपुर, खजुराहो और भोपाल।
मौसम विभाग की माने तो 20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बनेगा। हिमालय की तराई में पहुंच गई मानसून द्रोणिका के फिर वापस लौटने की संभावना है। इस वजह से 21-22 सितंबर को बारिश का एक और दौर फिर शुरू होने के आसार हैं। 20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से दो दिन बाद बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी। मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी जिलों में वर्षा होने की संभावना है। उसके बाद बारिश की गतिविधियां बढऩे के आसार हैं क्योंकि बंगाल की खाड़ी पर एक डिप्रेशन बनने वाला है। उम्मीद है कि 20 सितंबर को यह डिप्रेशन उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर बनेगा और ओडिशा को पार करते हुए मध्य प्रदेश पर पहुंचेगा। इसके प्रभाव से धीरे-धीरे बारिश की गतिविधियों में वृद्धि देखने को मिलेगी। मध्य प्रदेश के पूर्वी तथा मध्य क्षेत्रों में कम से कम 25 सितंबर तक कई जगहों पर मध्यम से भारी मॉनसूनी वर्षा होती रहेगी।
इन संभागों में गरज चमक के साथ बौछारे
रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगबाद,सागर, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में कही कही।
इन जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना
सागर, रीवा, जबलपुर, सतना, उमरिया जिलों में।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)