भोपाल।
एमपी में फिलहाल कोई नया सिस्टम एक्टिव नही है, लेकिन वातावरण में नमी के चलते प्रदेश के कई जिलों में रिमझिम बारिश हो रही है। पिछले चौबीस घंटे में कई जिलों में इसका असर देखने को मिला है। आज सोमवार को फिर मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग की माने तो होशंगाबाद, शहडोल और होशंगाबाद जिलों में , इंदौर, धार, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर जिलों में गरज चमक के साथ बौछारे पड़ने की संभावना जताई है। 9 साल में पहली बार है जब 20 जुलाई तक इतनी कम बारिश मध्य प्रदेश में हुई है। प्रदेश के 15 जिलों में सामान्य से काफी कम वर्षा दर्ज की गई है। 15 जिलों में बारिश सामान्य से काफी कम होने के कारण फसलों पर विपरीत असर पड़ने की आशंका बढ़ गई है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में कोई मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस वजह से 4-5 दिन अच्छी बरसात की संभावना नहीं है। हालांकि वातावरण में मौजूद नमी के कारण तापमान बढ़ने पर स्थानीय स्तर पर छिटपुट बौछारें पड़ती रहेंगी।शुक्रवार को मानसून द्रोणिका हिमालय की तराई से वापस खिसककर मध्य प्रदेश में आ गई थी, लेकिन रविवार को वह फिर हिमालय की तराई की तरफ खिसक गई है। प्रदेश और आसपास कोई मानसूनी सिस्टम नहीं है।
इस वजह से अभी 4-5 दिन तक अच्छी बरसात के आसार नहीं हैं। आंध्र तट पर 31 जुलाई को एक ऊपरी हवा का चक्रवात बनने के संकेत मिले हैं। इस सिस्टम के कम दबाव का क्षेत्र बनकर आगे बढ़ने पर अगस्त की शुरुआत में अच्छी बरसात की उम्मीद की जा रही है। वर्तमान में एक द्रोणिका अरब सागर से गुजरात होकर राजस्थान तक जा रही है। इस वजह से प्रदेश में कुछ नमी आ रही है। तापमान में इजाफा होने पर कहीं-कहीं स्थानीय स्तर पर बौछारें पड़ जाती हैं।