बिजली का बिल सही आया है या नहीं, आपने कितनी बिजली जलाई? इन सवालों का जवाब मिलेगा Smart MPCZ ऐप पर, करें डाउनलोड

उपभोक्‍ता द्वारा कितनी ⁠बिजली उपयोग की गई है, इसकी रिपोर्ट देखने के साथ ही स्‍मार्ट मीटर ऐप के जरिए ⁠उपभोक्‍ता सेवा केन्‍द्र 1912 से संपर्क करने की सुविधा भी मिलेगी।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल सहित पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र के 16 जिलों में घरेलू स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से कर रही है। स्मार्ट मीटर लगाने के पीछे वजह बिजली की खपत का सही आकलन, ऊर्जा की खपत को ऑनलाइन ट्रैक करने और नियंत्रित करने की सुविधा उपभोक्ता को देना है, इसी क्रम में कंपनी ने अब एक ऐप भी लॉन्च किया है

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड द्वारा अपने सभी स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए Smart MPCZ मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है। यह ऐप कंपनी के पोर्टल पर उपलब्ध क्‍यूआर कोड और गूगल प्ले स्टोर से दिए गए लिंक https://play.google.com/store/apps/details?id=com.mpcz.consumerapp को ओपन करके भी डाउनलोड किया जा सकता है।

ये हैं Smart MPCZ मोबाइल ऐप के फायदे 

मंत्री तोमर ने ऐप की विशेषताएं बताते हुए कहा है कि इससे ⁠बिजली खपत, प्रोफाइल और अकाउंट की जानकारी देखने की सुविधा रहेगी।⁠ ⁠साथ ही उपभोग पैटर्न की जानकारी भी मिलती रहेगी। ⁠कंज्यूमर आईडी को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से जोड़कर ऐप का उपयोग किया जा सकेगा। ऐप से एक ओर जहां ⁠बिजली कटौती की सूचनाएँ प्राप्त होती रहेंगी, वहीं उपभोक्‍ता को ⁠अपने मीटर की स्थिति की जाँच करने में भी आसानी होगी।

ऐसे करें डाउनलोड

  • ऐप को डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले उपभोक्ता को ⁠गूगल प्ले स्टोर पर जाना होगा इसके बाद ⁠सर्च बार में “Smart MPCZ” टाइप करना होगा।
  • इसके बाद ऐप को डाउनलोड कर इंस्टॉल करना होगा।
  • ऐप  इंस्‍टाल हो जाए तो ⁠ ऐप को खोलें और अपनी कंज्यूमर आईडी तथा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  • यह प्रक्रिया पूरी होते ही एक ⁠OTP आपके मोबाइल पर आएगा इसे दर्ज करके ऐप को लॉगिन किया जा सकेगा।

स्मार्ट मीटर के लाभ 

  • ऊर्जा की खपत को ट्रैक करने और ऊर्जा की बचत करने में मदद करता है।
  • बिजली की खपत को सटीक रूप से मापता है, जिससे बिल में कोई गलती नहीं होती।
  • एप के जरिए मोबाइल पर रियल-टाइम डेटा देखकर ऊर्जा की खपत को नियंत्रित कर सकते हैं।
  • ऊर्जा की गुणवत्ता के बारे में जानकारी मिलती है, ताकि ऊर्जा की खपत को बेहतर बना सकते हैं।
  • ऊर्जा की खपत को ऑनलाइन ट्रैक करने और नियंत्रित करने की सुविधा मिलती है।
  • ऊर्जा खपत को कम कर पर्यावरण पर पड़ने वाला प्रभाव कम किया जा सकता है।

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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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