MPPSC ने विलोपित किया विवादित प्रश्न, अब कांग्रेस ने की ये बड़ी मांग

Atul Saxena
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MPPSC Exam 2024

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। MPPSC द्वारा रविवार 19 जून को आयोजित की गई राज्य सेवा एवं वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा – 2021 (State Service and Forest Service Preliminary Examination- 2021) में कश्मीर को लेकर पूछे गए विवादित सवाल (MPPSC Controversial Questions) पर छिड़े विवाद के बाद मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (Madhya Pradesh Public Service Commission) ने विवादित प्रश्न को विलोपित कर दिया है।  इस मामले में हमलावर कांग्रेस ने अब प्रश्न पत्र चयनकर्ता पर राष्ट्रद्रोह के आरोप में FIR की मांग की है।

कश्मीर से जुड़े विवादित प्रश्न का मुद्दा सामने आते ही कांग्रेस MPPSC और मध्य प्रदेश सरकार पर हमलावर हो गई, कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने मप्र लोकसेवा आयोग के चेयरमैन के इस्तीफे की मांग की, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सरकार से माफ़ी मांगने की मांग की, उधर सरकार ने भी इसे गंभीरता से लिया गृह मंत्री  एवं मप्र सरकार के प्रवक्ता डॉ नरोत्तम मिश्रा ने एक्शन की जानकारी देते हुए कहा कि दो लोगों को आयोग ने नोटिस भेजा है, कार्रवाई के निर्देश दिये गए हैं  चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा दोषी बक्शा नहीं जायेगा।

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इधर अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (Madhya Pradesh Public Service Commission)  विज्ञप्ति जारी कर विवादित प्रश्न को विलोपित करने की जानकारी दी है।  आयोग की तरफ से कहा गया है कि आयोग ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है और अनुशासनात्मक कठोर गोपनीय कार्यवाही की जा रही है।

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लोकसेवा आयोग के विवादित प्रश्न के विलोपित किये जाने के बाद कांग्रेस के प्रदेश मीडिया विभाग प्रमुख केके मिश्रा ने ट्वीट किया है कि -आखिरकार MPPSC ने 19 जून रविवार को सम्पन्न परीक्षा में पूछे गए विवादास्पद प्रश्न पर आयोग की “असहमति” स्वीकारी, यानि “राष्ट्रद्रोह” का आरोप भी स्वतः साबित, अब प्रश्नपत्र चयनकर्ता के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के आरोप में जल्द FIR हो।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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