Bhopal News : भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में 11 और 12 जनवरी को नार्मदीय ब्राह्मण समागम का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन के लिए राजधानी भोपाल स्थित नर्मदा मंदिर सभागृह में बुधवार को महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बैठक में करुणाधाम आश्रम भोपाल के पीठेश्वर गुरुदेव सुदेश शांडिल्य महाराज, इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, पूर्व कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा और नार्मदीय सेवा समाज भोपाल के अध्यक्ष सुशील बिल्लौरे व एनडी पारमार्थिक ट्रस्ट के अध्यक्ष जेपी शर्मा, नगर इकाई के अध्यक्ष प्रफुल्ल शर्मा समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे।
बैठक में इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि आगामी 11 दिसम्बर को इंदौर में जीवनदायिनी मां नर्मदा को समर्पित एक विशाल चौराहे का लोकार्पण किया जाएगा। यह चौराहा इंदौर के सबसे बड़े और सुंदर चौराहों में से एक होगा, जिसमें मां नर्मदा के उदगम से लेकर सम्पूर्ण यात्रा की प्रतिकृति देखने मिलेगी। दो दिवसीय समागम के दौरान समाज के उत्थान, देश के विकास में योगदान, सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने, परंपराओं को सुरक्षित रखने और मां नर्मदा के संरक्षण पर चर्चा की जाएगी। इस मौके पर समाज की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कई प्रमुख हस्तियां भी शामिल होंगी।
विशाल शोभायात्रा का किया जाएगा आयोजन
इस चौराहे पर मां नर्मदा की प्रतिमा भी लगेगी। मेयर ने बताया कि इस आयोजन में एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें इंदौर और प्रदेश भर के लोग भाग लेंगे। कार्यक्रम का आयोजन नर्मदा परिसर, दशहरा मैदान में किया जाएगा, जहां राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं के साथ सांकृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
मां नर्मदा के संरक्षण पर विशेष चर्चा
मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने मां नर्मदा नदी के संरक्षण को लेकर भी चिंता व्यक्त की। आगे उन्होंने कहा, इंदौर और मध्यप्रदेश की जीवनदायनी नर्मदा के हम सब वंशज हैं। पिछले 10-12 वर्षों में मां नर्मदा नदी में अवैध खनन पर रोक लगी है, लेकिन अभी और भी काम करने की आवश्यकता है।” उन्होंने बताया कि इस समागम में पवित्र मां नर्मदा के संरक्षण और पुनरुद्धार को लेकर चर्चा की जाएगी।
इंदौर में लगे भगवा ए हिंद के पोस्टर
इंदौर पोस्टर मामले पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री जो कह रहे हैं वह सही है जबकि संघ 1925 से यह कह रहा है, अब लोग इस बात को समझ रहे हैं, इंदौर में जो पोस्टर लगे हैं उसमें गलत क्या लगा है?