भोपाल।
लॉकडाउन के दौरान अपनी सोच को सकारात्मक रखने के लिये कला और साहित्य से बेहतर कोई माध्यम नहीं। किताबों में हमें जीवन दर्शन, कथा कहानी, कविता से लेकर जीवन को दिशा देने वाली प्रेरणा मिलती है, और इस समय सही प्रेरणा की बहुत जरूरत है। तो ऐसे ही कठिन समय मे सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए भोपाल का मंजूल प्रकाशन आपके लिए एक खास साहित्यक दो दिवसीय उत्सव ला रहा है। ऑनलाइन लिटरेरी फेस्ट नाम के इस उत्सव में जहां आप अपने पसंदीदा लेखकों से मिल सकते हैं और उनसे अपने घर के क्षेत्रों से बात कर सकते हैं।खास बात ये है कि इसमें मंदसौर-नीमच के एसपी रहे मनोजकुमार सिंह की जुड़वा बेटियों और आपकी पसंदीदा भव्या और नव्या भी आपसे रुबरु होंगी, जो आपसे थर्ड जेंडर ,क्लाइमेट चेंज एवं आदि विषयों पर चर्चा करेंगी। बता दे कि नव्या-भव्या इससे पहले कई सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रख चुकी है और लोगों को जागरुक कर चुकी है।
दरअसल, नव्या सिंह और भव्या सिंह जो मात्र 12 वर्ष की हैं उनके द्वारा यह पुस्तक ‘पोस्ट मिलेनीयल टेल्ज़’ लिखी गई है ।पुस्तक के कथानक भव्या चित्रण नव्या द्वारा किया गया है। इन कहानियों की विषय वस्तु विविध हैं इनमें थर्ड जेंडर ,क्लाइमेट चेंज एवं आदि विषयों पर चर्चा की गई है। इस पुस्तक में कुल ऐसी 50 कहानियां हैं जिसे मंजुल के एमरेलीस प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। अनुसंधान ने यह साबित किया है कि-पोस्ट-मिलेनियल ’पीढ़ी अपनी सामाजिक चेतना में अद्वितीय है, और अब तक की सबसे नस्लीय और जातीय रूप से विविध पीढ़ी है।
गौरतलब है कि पुलिस कमांडेंट 25 वीं बटालियन के अफसर मनोज सिंह की बेटी नव्या और भव्या पहले भी कई सामाजिक मुद्दों को उठा चुकी है। इससे पहले उन्होंने बच्चों को घटित हो रहे यौन अपराधों , गुड टच और बेड टच के बारे में लोगों को जागरुक किया था। उन्होंने वर्ल्ड पीरियड वीक को लेकर बनाए वीडियो में बालिकाओं-युवतियों को परिवार में खुलकर चर्चा करने की भी जरूरत बताई थी। हाल ही उन्होंने दिवाली पर यूट्यूब चैनल के माध्यम से वीडियो के साथ सुरक्षा का संदेश दिया था। वह पर्यावरण को बचाने का भी संदेश अपने वीडियो के जरिए दे चुकी हैं। यू-ट्यूब पर इन बहनों का एक चैनल भी है जिसके माध्यम से ये समाज को जागरुक करने का काम कर रही है।