हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के लिए ग्राहकों को नहीं देने होंगे अलग से पैसे

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भोपाल। 

मप्र में सभी तरह के वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का सिलसिला करीब तीन साल पहले ही बंद हो चुका था। इसके बाद से लेकर अब तक वाहन निर्माता कंपनियों की नंबर प्लेटें लगाई जा रही हैं। सिक्योरिटी के नाम पर प्लेट में ज्यादा कुछ नहीं होना, समय पर प्लेट नहीं लगाने, फीस ज्यादा लेने जैसे आरोपों के बाद इस व्यवस्था का संचालन कर रही लिंक उत्सव प्राइवेट लिमिटेड का कांट्रेक्ट निरस्त किया गया था। अब सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी करके पूरे देश में इस व्यवस्था को पुन: लागू करने के निर्देश दिए हैं। यह व्यवस्था 1 अप्रैल 2019 से पूरे देश में लागू होंगी, जिसके तहत सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एसएसआरपी) लगाना जरूरी हो जाएगा। इस तारीख के बाद से मार्केट में आने वाले सभी वाहनों में पहले से ही हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगी रहेगी। इस व्यवस्था के कारण उपभोक्ताओं को हाई सिक्योरिटी प्लेट पाने के लिए परिवहन डिपार्टमेंट में लाइन लगाकर इंतजार नहीं करना होगा। प्रदेशभर में इस योजना को व्यवस्थित रूप से संचालन के लिए मप्र परिवहन विभाग ने डीलर प्वाइंट से रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था बनाई जा रही है। इस व्यवस्था के लागू हो जाने से लोगों को गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के लिए आरटीओ के चलकर नहीं लगाने पड़ेगे। 

छेड़छाड़ करने पर टूट जाएगी प्लेट: 

नोटिफिकेशन में यह भी निर्देश दिया गया है कि ये हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट टैम्पर प्रूफ  होनी चाहिए। सुरक्षा के लिए इस नंबर प्लेट में अशोक चक्र की इमेज के साथ एक होलोग्राम भी होगा। रजिस्ट्रेशन प्लेट में नीचे की तरफ  लेजर मार्क से लिखी गई कम से कम 7 अंकों वाली स्थाई पहचान संख्या होगी। इन प्लेटों को निकाला या छेड़ा नहीं जा सकेगा। ऐसा करने पर ये प्लेट टूट जाएंगी। इस तरह के नंबर प्लेट लगने से वाहन चोरी और फ्रॉड की घटनाओं पर भी लगाम लग सकेगी।

नहीं देने होंगे अतिरिक्त पैसे, पांच साल की होगी गारंटी 

नोटिफिकेशन में यह भी उल्लेख किया गया है कि इन हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के लिए ग्राहकों को अलग से पैसे नहीं देने होंगे। यह वाहन की कीमत में ही शामिल रहेगी। ये हाई सिक्योरिटी प्लेट पांच साल की गारंटी के साथ आएंगे। इनमें लगा लेजर रजिस्ट्रेशन मार्क निकाले जाने पर खराब हो जाएगा। नोटिफिकेशन में वाहन निर्माताओं को अपनी पुरानी गाडिय़ों के लिए भी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की व्यवस्था करने को कहा गया है।

परेशानी न हो इसलिए बनाई जा रही है नई व्यवस्था

लिंक उत्सव प्राइवेट लिमिटेड का कांट्रेक्ट सिक्योरिटी के नाम पर प्लेट में ज्यादा कुछ नहीं होना, समय पर प्लेट नहीं लगाने, फीस ज्यादा लेने जैसे आरोपों के बाद निरस्त किया गया था। इस मामले से सबक लेते हुए मप्र परिवहन विभाग हाई सिक्योरिटी के लिए नई व्यवस्था बना रहा है। इस व्यवस्था के तहत प्रदेशभर में डीलर प्वाइंट से ही रजिस्टे्रशन किए जाएंगे। 

एक नजर में 

– प्रदेश में कुल रजिस्टर्ड गाडिय़ों की संख्या: 8 लाख 30 हजार 113 

(कांट्रेक्ट खत्म होने तक प्रदेश की गाडिय़ों की संख्या)

– भोपाल में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगीं गाडिय़ों की संख्या: 2 लाख 3 हजार 08 

– लिंक उत्सव कंपनी ने 2012 में 22 फरवरी से शुरुआत 

– भोपाल में रजिस्टर्ड गाडिय़ों की संख्या 18 लाख 

– 19 जून 2015 में काम बंद किया गया

(नोट : हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए प्रदेश के 8 लाख से ज्यादा वाहनों पर करीब 20 करोड़ रुपए खर्च कर लोगों ने नंबर प्लेट लगवाई। जबकि भोपाल के लिए यह आंकड़ा 2 लाख गाडिय़ों का रहा है।)

इनका कहना है 

हाई सिक्योरिटी नंबर के लिए डीलर प्वाइंट से रजिस्टे्रशन की व्यवस्था बनाई जा रही हैं। इस व्यवस्था से लोगों को होने वाली परेशानी से निजात मिलेगी। 

– डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव, मप्र परिवहन आयुक्त


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