Bhopal News : आर्थिक आधार पर आरक्षण, बिना जांच एट्रोसिटी एक्ट में गिरफ्तारी रोकने समेत 22 सूत्रीय मांगों को लेकर भोपाल के जंबूरी मैदान पर करणी सेना परिवार का महा आंदोलन आज दूसरे दिन भी जारी है। इस दौरान एमपी ब्रैकिंग न्यूज़ के ग्रुप एडिटर वीरेंद्र शर्मा ने संगठन के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि 8 जनवरी का हमारा जन आंदोलन शांति पूर्वक व लोकतांत्रिक तरीके से था हम यह कतई नहीं चाहते थे कि हमारे भाइयों को किसी को कोई नुकसान हो। कल का कार्यक्रम अच्छे से संपन्न हुआ। और सब लोगो को हमने अच्छे से वापस घर भेजा। इस आंदोलन ने पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में सुर्खियां बटोरी है। भोपाल के जंबूरी मैदान में चल रहे इस आंदोलन में बड़ी संख्या में करणी सेना के सदस्य शामिल हुए है। अब अनशन पर करणी सेना परिवार के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर समेत 5 कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठे हैं। वही पांच-पांच लोगों की कमेटियाँ बैठेगी। जब तक मांग पूरी नहीं होती है तब तक तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
ग्रुप एडिटर वीरेंद्र शर्मा से बातचीत के दौरान करणी सेना प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि कल मैदान में ‘माई के लाल’ का नारा बहुत गूंजा है लेकिन सरकार उसको अपना विरोधी मान लेती है, जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यहाँ सभी माई के लाल ही है, वह आंदोलन को दबाना चाहेगी। इस प्रकार के दवाब बनाए जायेंगे। फिर हम कैसा महसूस करेंगे कि हम आजाद है। सरकारों ने हमें गुलामी का एहसास कराया है तब हम ने उनको एहसास कराया है की हम जिंदा है गुलाम नहीं।
करणी सेना की यह हैं प्रमुख मांग
- किसानों के हित में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू किया जाए, ताकि किसानों को उपज का सही मूल्य मिल सके।
- खाद्यान्न (रोजमर्रा की चीजें ) को GST से मुक्त किया जाए। बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाई जाए।
- जाति के आधार पर आरक्षण बंद कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया जाए।
- एससी-एसटी एक्ट में बिना जांच के गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए।
- सामान्य पिछड़ा वर्ग एक्ट बनाया जाए, जो सामान्य और पिछड़ा वर्ग की एससी-एसटी के अत्याचार से रक्षा करें।
- भर्ती कानून बनाया जाए। व्यापमं के 1 लाख पदों और अन्य विभागों में जल्द भर्ती की जाए। भर्ती नहीं होने पर बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
- MPPSC की 2019, 20, 21 की भर्तियां संवैधानिक रूप से पूर्ण की जाए।
- क्षत्रिय महापुरुषों के इतिहास में छेड़छाड़ को तुरंत रोका जाए।
- गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए। गोबर और गौमूत्र को सरकारी स्तर पर खरीदने की व्यवस्था करें।
- पद्मावत फिल्म के विरोध में दर्ज प्रकरण वापस लिए जाएं।
- कर्मचारियों की पुरानी पेंशन फिर चालू की जाए।