भोपाल|
मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में होने वाले युवक कांग्रेस (youth congress) के चुनाव (election) के पहले ही बवाल खड़ा हो गया है । दरअसल इस चुनाव की प्रक्रिया (process) को लेकर पहले भी विवाद की स्थिति बनी थी लेकिन बाद में यह सोच कर कि यह आलाकमान का निर्णय है, कांग्रेस के युवा नेता शांत हो गए थे। लेकिन अब पूरी प्रणाली में कुछ फेरबदल होने से एक बार फिर असंतोष के सुर उठने लगे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) के खास खास माने जाने वाले युवा नेता और भोपाल (bhopal) जिले के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा घाटगे (krishna ghatge) ने इस चुनाव प्रक्रिया को लेकर सवाल खड़े किए हैं ।
उनका कहना है कि गत दिनों युवक कांग्रेस के चुनाव में इंटरव्यू (interview) देने के मामले में मेरे द्वारा विरोध किया गया था परंतु अब कुछ विधायकों को सिस्टम (system) में चुनाव लड़वाने के लिए इंटरव्यू के समीकरण में बदलाव किया गया है और उसके बाद भी मुझे अध्यक्ष पद पर अनुमति नहीं दी गई।
गौरतलब है कि मेरे द्वारा विगत दिनों इंटरव्यू नहीं देने पर अपनी बात रखी गई थी परंतु कांग्रेस के ही दो विधायकों भूपेन्द्र सिह मरावी (bhupendra singh maravi) और सिद्दार्थ कुशवाह (siddarth kushwaha) को डायरेक्ट इलेक्शन में एंट्री दी गई और हमारे जैसे कार्यकर्ताओं को सिस्टम से अलग कर दिया गया । राहुल गांधी (rahul gandhi) जी के इलेक्शन सिस्टम को गलत तरीके से लागू किया जा रहा है और हमारे जैसे छोटे कार्यकर्ताओं को इलेक्शन सिस्टम से अलग किया जा रहा है चाहे कॉलेज में जनभागीदारी अध्यक्ष बनाने के बाद हो तो विधायकों को बनाया जाता है और चाहे यूथ कांग्रेस में अध्यक्ष पद लगाने के बाद हो तो अब विधायकों को उतारा जा रहा है। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है ।यदि इसी प्रकार हर जगह विधायकों को घुसने की कोशिश की गई तो कार्यकर्ता हताश होकर हाशिए पर चला जाएगा जिसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।