भोपाल।
भोपाल (Bhopal) में बढ़ते संक्रमण (Infection) को देखते हुए लगे 10 दिन का लॉकडाउन (Lockdown) घोषित किया गया है। 24 जुलाई 2020 की रात 8 बजे से 4 अगस्त 2020 की सुबह 5 बजे तक यह लॉकडाउन जारी रहेगा। इस दैरान संक्रमण की रोकथाम के लिए भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने शहर के अलग अलग क्षेत्रों में 74 डक्टरों (Doctor) की ड्यूटी लगाई है। यह सभी डाक्टर लॉकडाउन के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganbadi Workers) के द्वारा चिन्हित संदिग्धों लोगों की जांच करेंगे।लवानिया का मानना है कि इस अभियान से भोपाल को जल्द कोरोना संक्रमण से मुक्त करने मे सफलता मिलेगी।
इसके लिये कलेक्टर ने लॉकडाउन के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को घर-घर जा कर स्वास्थ्य करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सर्वे के दौरान अगर कोई व्यक्ति संदिग्ध पाया जाता है, तो उसकी तुरत जांच करवाई जाएगी। जिसका जिम्मा 74 डाक्टरों को सौंप गया है। सभी डॉक्टरों को सुबह 8:00 बजे जेपी अस्पताल पहुंचना होगा। इसके बाद वहां से जांच के उपकरण लेकर विभिन्न क्षेत्रों में लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और उनके ऑक्सीजन की माप की जाएगी। सभी डॉक्टरों को एसडीएम के संपर्क में रहकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं ।सभी एसडीएम सीधे कलेक्टर के संपर्क मे रहेगे।डॉक्टरों से कहा गया है कि ड्यूटी पर नहीं आने वाले डॉक्टर और कर्मचारी पर कार्रवाई भी की जाएगी।
इन इलाकों में इतने डॉक्टर तैनात
कलेक्टर के आदेश के तहत शनिवार से बैरागढ़ क्षेत्र में 15 डॉक्टर, भोपाल शहर में 20 डॉक्टर, गोविंदपुरा में 20 डॉक्टर, टीटी नगर में 15 डॉक्टर, एमपी नगर में 10 डॉक्टर, कोलार क्षेत्र में 20 डॉक्टर, हुजूर क्षेत्र में 5 और बैरसिया में 4 डॉक्टरों को तैनात किया गया है। इन्हें कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए संदिग्धों की जांच किए जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।कलेक्टर अविनाश लवानिया ने भोपाल की जनता से कोरोना से डरने के बजाय लङकर इसे समाप्त करने की अपील भी की है।