भोपाल। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आधारित किताब पर बनी फिल्म एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर विवाद बढ़ता जा रहा है। देश भर में इस फिल्म के ट्रेलर के रिलीज होने के बाद कांग्रेस नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आ ही हैं। एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सिनेमाघरों को चेतावनी दी है। उन्होंने लिखा है कि जो भी इस झूठी फिल्म को दिखाने का प्रयास करेगा उस थिएटर के नुकसान की जिम्मेदारी उसके मालिक स्वयं की होगी।
दरअसल, “एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर” फिल्म का ट्रेलर बीजेपी के ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया गया है। इसके बाद सेही फिल्म को लेकर कांग्रेसी विरोध जता रहे हैं। पहले खबर आई थी कि कांग्रेस शासित राज्यों में इस फिल्म को बैन किया जा सकता है। हालांकि, बाद में मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से बयान जारी कर इस अफवाह के बारे में सफाई पेश की गई। विवादित फ़िल्म एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर के बारे में मध्यप्रदेश में बैन पर कांग्रेस मीडिया प्रभारी नरेंद्र सलूजा ने कहा कि, “हमने फिल्म पर कोई बैन नहीं लगाया है, न ही हमने ऐसी कोई मांग की है। फ़िल्म इतनी घटिया है कि हम इस पर चर्चा भी नहीं करना चाहते। हम फ़िल्म को बेकार की पब्लिसिटी नहीं दिलाना चाहते।” इससे पहले मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जफर ने फ़िल्म पर रोक लगाने की बात कही थी। सैयद जफर ने फ़िल्म डायरेक्टर और प्रड्यूसर को लेटर लिख कर कंटेंट और नाम बदलने की है मांग की है।
वहीं अब NSUI प्रदेशाध्यक्ष वानखेड़े की चेतावनी के बाद कांग्रेस के बयानों में विरोधाभास नजर आ रहा है। एक ओर कांग्रेस इस फिल्म पर बैन की बात नकार रही है तो दूसरी ओर उनके नेता धमकी और चेतावनी दे रहे हैं। फिल्म में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का किरदार निभाने वाली अभिनेता अनुपम खेर ने भी इस बारे में बयान जारी किया है। अभिनेता अनुपम खेर ने शुक्रवार को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘जितना वे विरोध करेंगे, उतना ही फिल्म का प्रचार होगा’। खेर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘जितना वे विरोध करेंगे, उतना ही वे फिल्म का प्रचार करेंगे। यह पुस्तक 2014 में सामने आई थी। उस वक्त तो इसे लेकर कोई विरोध-प्रदर्शन नहीं हुए, लिहाजा फिल्म तो पुस्तक पर आधारित है’।
गौरलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब पर बनी फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। जहां भाजपा इस बहाने गांधी परिवार पर तानाशाही का आरोप लगा रही है, वहीं इस किताब में किए गए दावों के जरिए कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। चार वर्षों तक मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू ने अपनी किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर: द मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह’ में सबसे नुकसान पहुंचाने वाला आरोप ये लगाया है कि मनमोहन सिंह अपने ही कार्यालय के मालिक नहीं थे और कांग्रेस नेतृत्व के प्रभावशाली लोग लगातार उनकी उपेक्षा करते थे।