भोपाल।
सत्ता में आते ही कांग्रेस की नजर शिवराज सरकार में हुए घोटालों पर बनी हुई है।एक के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार घोटालों की जांच करवा रही है। इसी कड़ी में अब साल 2016 में प्याज खरीदी के दौरान हुए महाघोटाले की जांच शुरु हो गई है। बता दे कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान वचन पत्र में इस घोटाले की जांच कराने का वादा किया था। लिहाजा सरकार में आते ही कमलनाथ सरकार ने प्याज घोटाले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
आरोप है कि पिछली सरकार ने 6 रुपए के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 9 लाख टन की प्याज 62 करोड़ रुपए में खरीदी थी, इस प्याज के परिवहन, भंडारण, तुलाई और हम्माली में सरकार ने 44 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। और इसी प्याज को सरकार ने 2 रुपए प्रति किलो की दर से लोगों को बेचा था, लेकिन व्यापारियों, किसानों और बिचौलियों ने अफसरों के साथ मिलकर प्याज की जमकर रिसाइक्लिंग कर सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया है।मामले की जांच शुरु हो गई है। प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह की अध्यक्षता में बनी कमेटी अगले 3 महीने के भीतर मामले की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कमलनाथ को सौंपेगी।इसके बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दे कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने इसे सड़क से लेकर सदन तक उठाया था, कई दोषी अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई भी हुई थी, लेकिन बाद मे मामला ठंडा पड़ गया।अब चुंकी सत्ता में कांग्रेस है इसी के चलते सरकार ने इस घोटाले की जांच के आदेश दिए है। सुत्रों की माने तो जांच में कई अफसरों और नेताओं के नाम सामने आ सकते है।