पारदी गिरोह ने घर में घुसकर मारपीट की, वृद्धा को निर्वस्त्र कर वीडियो बनाई, पुलिस पर फसल लुटवाने के आरोप, सीएम मोहन यादव से मदद की गुहार
पीडिता ने आवेदन ये भी आरोप लगाये कि पूरा घटनाक्रम पुलिस की मौजूदगी में हुआ, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की उल्टा घर में रखी करीब 50 लाख रुपये की धनिया की फसल को भी लुटवा दिया, पीडिता ने आरोप लगाया कि उसी रकम को बेचकर आरोपी पक्ष ने 10 लाख रुपये दरोगा को दिए हैं इसलिए पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है।
Bhopal News : महिला संरक्षण और महिला सम्मान के बड़े बड़े दावों के बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिससे ये दिखाई देता है कि सरकार कितने भी प्रयास कर ले उसके कुछ मातहत सरकार की मंशा और सरकार के दावों को सच नहीं होने देंगे, उनकी गरीबों के प्रति जो सोच है वो नहीं बदलेगी, यहाँ हम जिस खबर की बात कर रहे हैं वो गुना जिले की है। चुनावी रंजिश के चलते यहाँ सक्रिय पारदी गिरोह ने सरपंच के परिवार के साथ घर में घुसकर मारपीट की, सरपंच की वृद्ध सास को निर्वस्त्र कर उसका वीडियो बनाया, पुलिस में शिकायत की तो कोई एक्शन नहीं लिया गया, पीड़ित परिवार का आरोप है इस घटना के दौरान पुलिस भी मौजदू थी और उसने उनके घर में रखी धनिया की फसल भी लुटवा दी और आरोपियों का ही साथ दे रही है, पुलिस और प्रशासन से न्याय नहीं मिलने के बाद पीड़ित परिवार सीएम डॉ मोहन यादव के पास गुहार लेकर गया ।
गुना से भोपाल पहुंचे पीड़िता के परिवार ने सीएम से लगाई गुहार
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के दरवाजे पर पहुंचे पीड़िता और उसके परिवार ने जो आवेदन यहाँ दिया उसमें उन्होंने पारदी गिरोह की सरगना सुलोचना पारदी उसके पति 50 हजार के इनामी मन्ना पारदी, भाई राम पूजन मोहर सिंह सहित अन्य 20-25 लोगों पर घर में घुसकर मारपीट करने, गोलियाँ चलाने, महिलाओं के साथ अभद्रता करने पीड़िता को निर्वस्त्र कर उसका वीडियो बनाने के आरोप लगाये हैं।
आवेदन में पुलिस पर पैसा लेकर आरोपियों का साथ देने के आरोप
पीडिता ने आवेदन ये भी आरोप लगाये कि पूरा घटनाक्रम पुलिस की मौजूदगी में हुआ, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की उल्टा घर में रखी करीब 50 लाख रुपये की धनिया की फसल को भी लुटवा दिया, पीडिता ने आरोप लगाया कि उसी रकम को बेचकर आरोपी पक्ष ने 10 लाख रुपये दरोगा को दिए हैं इसलिए पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है। उधर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे पीड़ित पक्ष को निराशा ही हाथ लगी उनकी सीएम डॉ मोहन यादव से मुलाकात नहीं हो सकी , वो बंगले पर नहीं थे, सुरक्षा कर्मियों ने पीड़ित पक्ष को गुना एसपी और कलेक्टर के पास ही अपनी फरियाद लेकर जाने की सलाह देकर वहां से रवाना कर दिया।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत विश्व नगर के पंचायत चुनाव में वृद्ध पीड़िता जलपुरी बाई पारदी की बहू कलाबाई, पारदी गिरोह की मुखिया सुलोचना पारदी के पति 50 हजार रुपये के इनामी मन्ना पारदी को हराकर सरपंच का चुनाव जीत गई थी तभी से इन लोगों के बीच रंजिश चली आ रही है, सुलोचना के फरार भाई राम पूजन अपने साथियों के साथ दो बार सरपंच कलाबाई के घर पर गोलीबारी कर चुका है, तीसरी बार की गोलीबारी में सरपंच के परिजनों की तरफ से भी गोलियां चली जिसमें धर्मपाल नामक व्यक्ति को गोली लगी और उसी मौत हो गई, धर्मपाल की मौत का आरोप पीड़िता जलपुरी बाई के बेटे पर लगाया गया।
गुना एसपी और गुना कलेक्टर पर मदद नहीं करने के आरोप
इस हत्याकांड के बाद इन दोनों पक्षों में दुश्मनी और बढ़ गई पीड़िता जलपुरी बाई के मुताबिक वो गुना एसपी और कलेक्टर से भी मिली लेकिन किसी ने मदद नहीं की, पिछले दिनों हमारे घरों में भी आग लगा दी गई, पुलिस से मदद मांगी गई लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया, हमारे घर में रखी गाड़ियाँ लूटकर आरोपी ले गए और पुलिस देखती रही, पीड़िता ने आरोप लगाया कि घटनाक्रम के दौरान आरोपियों ने उसकी गर्भवती बहू संजना के पेट में लात मारी जिससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मृत्यु हो गई जिसकी शिकायत उन्होंने की है, फ़िलहाल पीड़िता को अब सीएम हॉउस से भी निराशा हाथ लगी है वो दर दर भटक रही है और ईश्वर से ही न्याय की उम्मीद लगा रही है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....