भोपाल।
कोरोना संकटकाल (corona crisis) में मध्यप्रदेश(madhypradesh) को एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) विश्व की बड़ी सौर परियोजनाओं में शामिल रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना (Rewa Ultra Mega Solar Project among the world’s largest solar projects) राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने 22 दिसम्बर 2017 को किया था।लगभग 4 हजार करोड़ की लागत वाली 750 मेगावाट की इस परियोजना में पूर्ण क्षमता से सौर ऊर्जा का उत्पादन (Solar energy production) प्रारंभ हो चुका है।
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 22 दिसम्बर 2017 को इस परियोजना का शिलान्यास किया था। परियोजना को लगभग ढाई साल के रिकार्ड समय में पूरा किया गया। आज शुक्रवार 10 जुलाई सुबह 11 बजे विश्व की बड़ी सौर परियोजनाओं में शामिल रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। परियोजना का लोकार्पण वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। शिवराज सिंह चौहान के संबोधन के पश्चात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बटन दबाकर परियोजना का लोकार्पण किया जायेगा। इसके उपरांत प्रोजेक्ट पर जानकारी देने वाली लघु वीडियो फिल्म प्रदर्शित की जायेगी। तत्पश्चात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन होगा। आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति होगी। कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से लखनऊ से जुडेंगी। इस कार्यक्रम को पोर्टल, नेशनल, स्थानीय चैनल, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से एक करोड़ से अधिक व्यक्तियों द्वारा देखे जाने की संभावना है। इसमें 235 इंटरनेशनल सोलर आर्गेनाइजेशन शामिल होंगी तथा डब्ल्यू.एच.ओ. के प्रतिनिधि भी इससे जुड़ेंगे।
ये मिलेगा लाभ
परियोजना से सस्ती बिजली का उत्पादन हो रहा है। इससे बड़ी राशि की बचत हो रही है। इस परियोजना को विश्व बैंक का ऋण राज्य शासन की गारंटी के बिना क्लीन टेक्नालॉजी फण्ड के अंतर्गत सस्ती दरों पर दिया गया है। यह परियोजना इस मायने में भी महत्वपूर्ण है क्योकि इसमें प्रति यूनिट की क्रय दर 2 रूपये 97 पैसे है, जो अब तक की न्यूनतम दर है। सौर परियोजना को पर्यावरण की दृष्टि से देखे तो रीवा सौर परियोजना से प्रतिवर्ष 15.7 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के उर्त्सजन को रोका जा रहा है जो 2 करोड़ 60 लाख पेड़ों को लगाने के बराबर है।गुढ़ रीवा में स्थापित वृहद सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना 1590 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित है। यह दुनिया के सबसे बड़े सिंगल साइड सौर सयंत्रों में से एक है। इस सौर ऊर्जा प्लांट में कुल तीन इकाईयां है। प्रत्येक इकाई में 250 मेगा वाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है। परियोजना से उत्पादित विद्युत का 76 प्रतिशत अंश प्रदेश की पावर मैनेजमेंट कम्पनी और 24 प्रतिशत दिल्ली मेट्रो को प्रदान किया जा रहा है।