भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
राजधानी के थाना मिसरोद पुलिस ने एक शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है| जो अब तक उद्योगपति, कारोबारियों को अपना निशाना बनाकर लाखों रुपए की चपत लगा चुका है| आरोपी कृष्ण पाल सिंह पूर्व में भी अडीबाजी एवं धोखाधडी के आठ प्रकरणों में थाना एमपी नगर, श्यामलाहिल्स और कोलार रोड में बंद हो चुका है। अभी पंजीबध्द किए गए तीनों अपराधों में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी का वर्ष 2019 में तत्कालीन कलेक्टर भोपाल तरूण कुमार पिथौडे द्वारा जिलाबदर किया जा चुका है ।
मिसरोद पुलिस ने शातिर जालसाज आरोपी कृष्ण पाल सिंह सचान/ पुत्र शिव पाल सिंह सचान निवासी ग्राम जोगिया थाना ललपुरा जिला हमीरपुर उत्तर प्रदेश, हाल मकान नंबर 09 आकृति ईको सिटी शाहपुरा भोपाल को गिरफ्त किया गया| शहर के प्रतिष्ठित उद्योपति सी.ई.फर्नाडिस के द्वारा रिपोर्ट थाना मिसरोद में की गई थी कि कृष्ण पाल सिंह नाम के व्यक्ति के द्वारा उनका निजी आवास, जो आशिमा माल के पास स्थित है। उसे खरीदने हेतु 26 करोड रूपये में एग्रीमेंट किया गया है। जब श्री फर्नाडिस द्वारा कृष्ण पाल सिंह के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई, तो पता चला कि कृष्ण पाल सिंह पूर्व में धोखाधडी के मामलों में थाना कोलार रोड में बंद हो चुका है । आवेदन पत्र की जांच के दौरान पता चला कि ओम सांई कन्स्ट्रक्शन का आफिस एमपी नगर जोन-2,में बताया था। उक्त स्थान पर इस प्रकार का कोई आफिस नहीं है। बुंदेलखंड ग्रुप आफ कंपनी नाम की कोई भी रजिस्टर्ड फर्म नहीं है । उक्त जांच पर थाना मिसरोद में प्रथम दृष्टया अप.क्र. 434/2020 धारा-420, 406 ताहि. का आरोपी कृष्ण पाल सिंह के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
ऑडी कार के नाम पर डॉक्टर से हडपे 10 लाख-
शातिर ठग कृष्ण पाल सिंह ने सिद्धांता रेडक्रांस हॉस्पीटल में कार्यरत् डॉ. निवेश सेहरा निवासी आकृति ईको सिटी शाहपुरा भोपाल को सस्ती कीमत में सेकेंड हैण्ड ऑडी कार दिलाने का लालच देकर 10 लाख रूपये माह जुलाई में अपने एकाउन्ट में डलवा लिये थे । डॉ. निवेश द्वारा आरोपी से गाडी के संबंध में पूछताछ की जाती थी, तो आरोपी लगातार गुमराह कर रहा था फरियादी डॉ. निवेश सेहरा द्वारा थाना शाहपुरा में रिपोर्ट करने पर अप.क्र. 516/2020 धारा-420, 406 ताहि. के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
मवेशी कारोबारी से ठगें करीब 3.5 लाख रूपये
आरोपी के द्वारा रफीक खान उर्फ कल्लू पुत्र रशीद खान निवासी मयूर विहार अशोकागार्डन से भी माह जनवरी, 2020 में पुरानी ैन्ट (एसयूव्ही) गाडी दिलाने के नाम पर तीन लाख पचास हजार रूपये ले लिये, किन्तु फरियादी को आज दिनांक तक कोई गाडी उपलब्ध नहीं करायी तथा आरोपी के.पी.सिंह फरि. को बार बार गुमराह कर रहा था । फरि. रफीक खान की रिपोर्ट पर थाना अशोकागार्डन में मामल दर्ज किया गया था|
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक भोपाल झोन भोपाल तथा पुलिस उप महानिरीक्षक रेंज शहर भोपाल द्वारा आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।