मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह दावा करते हैं कि प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है, बिजली उत्पादन के रिकॉर्ड बन रहे हैं बिजली सरप्लस है लेकिन जनता फिर भी परेशान है, प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की बात छोड़िये ऊर्जा मंत्री के गृह जिले ग्वालियर जिले में भी कई क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ पॉवर कट से लोग परेशान हैं एक बार बिजली चली जाये तो कितने घंटे में आयेगी कुछ कहा नहीं जा सकता, बिजली विभाग इसे फाल्ट का नाम देता है और तेज गर्मी के मौसम के कारण आने वाली तकनीकी खराबी बताता है अब कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार को घेरा है
मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने X पर ‘बिजली गायब, सिस्टम लापता और प्रदेश की जनता बेहाल’ हैडिंग के साथ एक पोस्ट शेयर की है, उन्होंने लिखा- भीषण गर्मी में जहां बिजली की आवश्यकता सबसे अधिक होती है, वहीं बिजली कटौती और सिस्टम की लापरवाही ने प्रदेशवासियों का जीवन कठिन बना दिया है। बिजली विभाग में आए दिन सामने आ रहे घोटाले अब आम बात होते जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने लिखा- इंदौर में केंद्र सरकार की इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम (IPDS) के तहत आए ट्रांसफॉर्मर, खंभे और तार ज़मीन पर लगाने की बजाय कथित तौर पर निजी बिल्डरों को बेच दिए गए। इसी शहर में 100 करोड़ रुपये से अधिक का कार्य दिखाकर करोड़ों का भुगतान कर दिया गया, जबकि मौके पर कई स्थानों पर कोई कार्य हुआ ही नहीं।
इस भ्रष्टाचार का भुगतान इंदौर शहर की जनता आज भुगत रही है, रात रात भर विद्युत व्यवस्था ठप रह रही है, रखरखाव के नाम पर घंटों कटौती के बाद भी थोड़ी सी बारिश भ्रष्टाचार की पोल खोल रही है,अगर योजना में आया पैसे का उपयोग सही ढंग से होता तो शहर की जनता परेशान नहीं होती।
ऊर्जा मंत्री पर उमंग सिंघार का तंज
उमंग सिंघार ने लिखा- पिछले सालों में लोगों के बिजली बिल बढ़ गए, आपूर्ति कम हो गयी, जबकि सरकार 24 घंटे बिजली देने का दावा करती है।ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अगर पार्क में टेंट लगाकर सोने के ‘प्रहसन’ से कुछ समय निकालें, तो शायद प्रदेश भर में फैली बिजली संकट और विभागीय भ्रष्टाचार पर ध्यान दे सकें।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का ये है संकल्प
आपको बता दें कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर इन दिनों एसी का उपयोग नहीं करने का संकल्प लिए हुए हैं और उन्होंने इसके लिए एसी गाड़ी छोड़ दी है और अपने निजी घर के पास वाले पार्क में लकड़ी के तखत पर पंखे में सोते हैं, सरकारी बंगले में भी वे बाहर टेंट के नीचे सोते हैं वे एसी से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए ऐसा कर रहे हैं, उमंग सिंघार ने इसी पर तंज कसा है।





