भोपाल। एक बार फिर प्रदेशवासियों को बिजली (power) का झटका लग सकता है। बिजली कंपनियों ने विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा है और अगर इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई तो प्रदेश में एक बार फिर बिजली के दाम बढ़ जाएंगे। आपको बता दें कि प्रदेश में बिजली कंपनियां लगातार घाटे में जा रही हैं और इसी कारण उन्होने विद्युत नियामक आयोग को बिजली 5.28 फीसदी महंगी करने का प्रस्ताव भेजा है। उनका कहना है कि है कि उन्हें 2000 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है। प्रदेश की मध्य, पूर्व और पश्चिम बिजली कंपनियों ने साल 2020 के लिए घरेलू बिजली की दरें 5.28 बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है जिसे आयोग ने अपनी वेबसाइट पर जारी किया है। अगर इस प्रस्ताव को मंज़ूरी मिल गई तो बिजली के दाम फिर बढ़ जाएंगे।
इस बीच उर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह (priyavrat singh) ने एक ट्वीट के ज़रिये बिजली कंपनियों के घाटे के लिए पूर्व बीजेपी (bjp) सरकार की को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि बिजली कंपनियों का 47 हजार करोड़ का घाटा शिवराज (shivraj) सरकार की देन है। तत्कालीन बीजेपी सरकार की गलत नीतियों के कारण बिजली कंपनियों को भयंकर घाटे में पहुंचा दिया है। उन्होने लिखा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ (cm kamalnath) के नेतृत्व में सरकार (government) काम का दिखावा नहीं बल्कि काम करके दिखाने में विश्वास करती है तथा कांग्रेस (congress) सरकार का उद्देश्य मध्य प्रदेश को अच्छी और सस्ती बिजली उपलब्ध कराना है।