भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेशभर के बिजली कर्मचारी आज हड़ताल पर है। बिजली कंपनियों में कार्यरत 30 हजार नियमित, 24 हजार आउटसोर्स और 6 हजार संविदा अधिकारी कर्मचारी सरकार के निजीकरण के फैसले के खिलाफ आज लामबंद हैं और इन्होने एक दिन के लिए काम ठप कर दिया है। हड़ताल के दौरान अस्पताल, जल आपूर्ति और अदालत जैसी आपात सेवाओं को छोड़कर कहीं और की बिजली खराब होने पर ठीक नहीं की जाएगी।
केंद्र सरकार (Central Government) की निजीकरण (Privatization) की नीतियों का विरोध और समस्याओं का निराकरण की मांग को लेकर बिजली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। देश भर में बिजली कर्मचारियों ने आज कार्य बहिष्कार (Work Boycott) कर रहे हैं। नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिकल एम्पलाइज एंड इंजीनियर्स के द्वारा कार्य बहिष्कार के आह्वान को मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एंप्लाइज एवं इंजीनियर्स ने पुरजोर समर्थन दिया है। इसके अंतर्गत मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम के बैनर तले संपूर्ण मध्यप्रदेश में भी कार्य बहिष्कार किया जा रहा है।