भोपाल।प्रदेश में 17 दिनों से जारी नाटक का अंत हो गया है, 15 सालों के बाद प्रदेश में बनी कांग्रेस की सरकार 15 महिनों में ही गिर गई है। सीएम कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान किया है। वही निर्दलीय विधायक और कांग्रेस के मंत्री प्रदीप जायसवाल ने बीजेपी की नई सरकार को समर्थन देने का किया ऐलान।सीएम की पीसी के दौरान ही उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
निर्दलीय विधायक और सरकार में खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि अब जिस पार्टी की सरकार होगी, उसे समर्थन देंगे। उनकी भाजपा से चर्चा हो चुकी है। जायसवाल कल रात तक कांग्रेस के साथ थे। सरकार की इस स्थिति के लिए जायसवाल ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए यह निर्णय लेना पड़ा। भाजपा के सामने वरिष्ठता को सम्मान देने की मांग रखी है।
बता दे कि बीते दिनों ही जायसवाल ने इस बात के संकेत दिए थे।जब बीते दिनों मीडिया में बीजेपी द्वारा सरकार गिराने और हॉर्स ट्रेडिंग की खबरें चल रही थी तब कैबिनेट मंत्री प्रदीप जायसवाल ने बयान दिया था कि यदि कमलनाथ की सरकार गिरती है और भाजपा सरकार बनाने की स्थिति में आती है, तो वह जिले व क्षेत्र के विकास के लिए अपनी जनता व समर्थकों की सलाह पर भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन दे सकते हैं। जिले व क्षेत्र के विकास के लिए हमारा विकल्प हमेशा खुला रहेगा।इस पर गोविंद सिंह ने उनसे इस्तीफा भी मांग लिया था, लेकिन जब छह-सात विधायक वापस लौट आए थे तब मंत्री ने फिर अपने बयान पर पलटी मारी और कहा था कि कमलनाथ सरकार को मेरा पूरा समर्थन रहेगा। मीडिया ने मेरा बयान तोड़ मरोड़कर पेश किया है।हालांकि तबतक मंत्री का बयान तेजी से वायरल हो चुका था और सरकार की भी जमकर किरकिरी हुई थी। तब से ही कयास लगाए जा रहे थे कि जायसवाल जितना पलड़ा भारी होगा इस्तीफा दे देंगे।आज सीएम कमलनाथ के इस्तीफे के ऐलान के पहले ही उन्होंने इस्तीफे की घोषणा कर दी और नई सरकार कोसमर्थन देने का फैसला किया है।