प्रवीण कक्कड़ को मिलेगा शिवना कृति सम्मान

इस पुस्तक में प्रवीण कक्कड़ ने कानून की जटिलताओं को बेहद आसान ढंग से प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक से आम आदमी भी बीएनएसएस और आईपीसी के अंतर को समझा जा सकता है।

शिवना प्रकाशन द्वारा सोमवार को प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा की गई। इसमें नए भारतीय कानून पर आधारित पुस्तक ‘‘दंड से न्याय तक’’ के लेखक प्रवीण कक्कड़ को शिवना कृति सम्मान देने की घोषणा की गई है। इनकी इस पुस्तक ने काफी कम समय में देशभर में लोकप्रिय होकर अनूठी पहचान बनाई है, वहीं ऑनलाइन पोर्टल पर बिक्री में भी कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस पुस्तक में प्रवीण कक्कड़ ने कानून की जटिलताओं को बेहद आसान ढंग से प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक से आम आदमी भी बीएनएसएस और आईपीसी के अंतर को समझ सकता है। विदित हो कि यह पुस्तक कानूनी छात्रों के साथ ही अधिवक्ताओं और पुलिस विभाग में भी खासी लोकप्रिय है।

शिवना प्रकाशन द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा सोमवार को की गई। शिवना सम्मानों के लिए बनायी गयी चयन समिति के संयोजक, पत्रकार तथा लेखक आकाश माथुर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवना प्रकाशन द्वारा दो सम्मान प्रदान किये जाते हैं- एक ‘अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान’ जो वर्ष भर में सभी प्रकाशनों द्वारा प्रकाशित साहित्य की सभी विधाओं की पुस्तकों में से निर्णायकों द्वारा चयनित एक पुस्तक को प्रदान किया जाता है तथा दूसरा ‘शिवना कृति सम्मान’ जो वर्ष भर में शिवना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तकों में गुणवत्ता एवं विक्रय के सम्मिलित आधार पर पुस्तक को प्रदान किया जाता है। वर्ष 2024 के लिए इन सम्मानों की घोषणा कथाकार, उपन्यासकार पंकज सुबीर ने ऑनलाइन की।

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शिवना प्रकाशन द्वारा सोमवार को हुई प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा

‘अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान’ राजपाल एंड संस प्रकाशन से प्रकाशित उपन्यास ‘क़िस्साग्राम’ के लिए प्रभात रंजन तथा सेतु प्रकाशन से प्रकाशित कहानी संग्रह ‘वांग छी’ के लिए मनीष वैद्य को संयुक्त रूप से प्रदान किया जायेगा। ‘शिवना कृति सम्मान’ अकादमिक पुस्तक ‘दण्ड से न्याय तक’ के लिए लेखक प्रवीण कक्कड़ को प्रदान किया जायेगा। निर्णायक मंडल में अमेरिका निवासी वरिष्ठ लेखक सुधा ओम ढींगरा तथा राष्ट्रपति स्वर्ण कमल सम्मान से सम्मानित लेखक यतीन्द्र मिश्र शामिल थे।

इनको भी दिया जाएगा यह सम्मान

आकाश माथुर ने बताया कि शीघ्र ही एक गरिमामय सम्मान समारोह में इन सम्मानित रचनाकारों तथा पूर्व में घोषित नवलेखन पुरस्कार के लेखकों रश्मि कुलश्रेष्ठ तथा शुभ्रा ओझा को सम्मान राशि, शॉल, तथा स्मृति चिह्न प्रदान कर यह सम्मान प्रदान किये जायेंगे।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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