भोपाल।
हाल ही में बीजेपी से निष्कासित किए किए पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू (Premchandra Guddu) औऱ उनके बेटे अजीत बौरासी वापस कांग्रेस में शामिल हो गए है।प्रेमचंद गुड्डू को पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, जीतू पटवारी, रामनिवास रावत और कई नेताओं की मौजूदगी मे सदस्यता दिलवाई गई। इसके पहले वे पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ से मिले। इस दौरान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के साथ कांग्रेस के अन्य नेता वहां मौजूद रहे। उपचुनाव के ठीक पहले प्रेमचंद गुड्डू के कांग्रेस में जाने को भाजपा के लिए झटका माना जा रहा है।
कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद गुड्डू ने कहा कि आज बड़ा मानसिक रूप से अच्छा महसूस कर रहा हूं। जब मैं बीजेपी में गया ऐसी कोई रात नही थी जिसमे मुझे चैन से नींद आई हो। गुड्डू ने कांग्रेस छोड़ने का वजह ज्योतिरादित्य सिंधिया को बताया। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रताड़ना से मैंने काँग्रेस छोड़ी थी। उज्जैन का सांसद रहते हुए सिंधिया ने मेरा कोई काम नही होने दिए थे जिस कारण मुझे कांग्रेस छोड़नी पड़ी थी।
दरअसल, आज सुबह पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू को कांग्रेस आलाकमान ने भोपाल तलब किया था। इसके बाद वे बेटे अजीत बोरसी के साथ राजधानी भोपाल पहुंचे और पीसीसी में आला नेताओं से मुलाकात की औऱ कांग्रेस में शामिल हुए। हालांकि लम्बे समय से प्रेमचंद गुड्डू की वापसी की चर्चा चल रही थी। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से उनकी मुलाक़ात के बाद से ही माना जा रहा था कि जल्द ही गुड्डू कांग्रेस में वापस आ जायेंगे।इन बातों को बल तब मिला जब हाल ही में उन्होंने कांग्रेस से बीजेपी में गए सिंधिया को लेकर बयानबाजी की थी और साफ कर दिया था कि वे फरवरी में ही भाजपा से इस्तीफ़ा दे चुके हैं, हालाँकि इसको बीजेपी ने भी गंभीरता से लिया और उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। वही हाल ही में प्रेमचंद्र गुड्डू पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) से मुलाकात करने पहुंचे थे। इस मुलाकात के बाद से ही कयासों का दौर शुरु हो गया था कि आने वाले एक हफ्ते के अंदर गुड्डू कांग्रेस में वापसी कर सके है।खास बात ये है कि हाल ही में उन्होंने फेसबुक पर कांग्रेस के चुनाव चिन्ह के साथ प्रदेशवासियों को ईद की बधाई देकर इस बात के संकेत भी दे दिए थे।
सुत्रों की माने तो गुड्डू की वापसी कांग्रेस को भारी भी पड़ सकती है, चुंकी अंदरखानों में गुड्डू का जबरदस्त विरोध है। कई नेता गुड्डू की कांग्रेस वापसी के फेवर में नही है।वही कहा जा रहा है कांग्रेस उन्हें उपचुनाव में सांवेर से तुलसी सिलावट के खिलाफ उतार सकती है। प्रेमचंद गुड्डू दिग्गज नेताओं में गिने जाते है।वे इंदौर के सांवेर और आलोट से दो बार विधायक रहे हैं। वे उज्जैन संसदीय सीट से एक बार सांसद भी रहे।अब देखना है कि पार्टी उपचुनाव के साथ साथ अपनों की अंतकलह से कैसे निपटती है।उपचुनाव की राजनीति के केंद्र बने सांवेर में सियासत आगे क्या नए रंग बदलेगी, ये भी देखना दिलचस्प होगा।