भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की बैरसिया विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी का लगातार विरोध हो रहा है। स्थानीय जनता की मांग थी कि इस बार किसी लोकल नेता को टिकट दिया जाए। लेकिन बीजेपी वर्तमान विधायक विष्णु खत्री को मैदान में उतारा है। गुरूवार को खत्री जन संपर्क करने बैरसिया पहुंते थे। यहां लोगों ने उनका जमकर विरोध किया और नारेबाजी की।
ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक पांत साल में पहली बार आए हैं। विधायक करारिया गांव में जन संपर्क करने पहुंचे थे। यहां उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। ग्रामीणों का का गुस्सा देख विधायक वापस लौट गए। बता दें यह पहली बार नहीं है जब खत्री का विरोध हुआ हो। इस बार उनका विरोध पार्टी से बागी हुए पूर्व विधायक ने भी किया है। ब्रह्मानंद ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। उन्हें चुनाव आयोग की ओर से ट्रैक्टर चुनाव चिह्न भी मिल गया है। इस सीट पर लंबे समय से बीजेपी के वर्तमान विधायक का विरोध हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि वह जीत ने के बार यहां नहीं आते।
भाजपा ने इस बार विष्णु खत्री को रिपीट किया है। वो 2013 में बैरसिया से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। लेकिन टिकट की आस ब्रह्मानंद रत्नाकर को थी। जब टिकट नहीं मिला तो बागी तेवर दिखाते हुए उन्होंने निर्दलीय ही नामांकन दाखिल कर दिया। साल 2008 में रत्नाकर ने कांग्रेस के हीरालाल को इसी सीट पर 23 हजार वोट से हराया था। बैरसिया को भाजपा का किला माना जाता है। कांग्रेस महज दो बार इस सीट पर काबिज हो पाई है। साल 1957 और 1998 में। पर्चा दाखिल करने के बाद रत्नाकर ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र की जनता के कहने पर ही नामांकन भरा है। उन्होंने 50 हजार वोट से जीतने का दावा किया।