बारिश में खस्ताहाल हुई मध्य प्रदेश की सड़कों और भोपाल एवं इंदौर के 90 डिग्री पुलों को लेकर चर्चा में आने वाले लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह ने आज कहा कि जब तक सड़कें रहेंगी तब तक गड्ढे होते रहेंगे, उन्होंने कहा दुनिया में ऐसी कोई सड़क नहीं होगी जहाँ गड्ढे नहीं होंगे यदि ऐसा है तो ऐसी तकनीक अभी पीडब्ल्यूडी के ध्यान में नहीं आई है।
मंत्री राकेश सिंह आज मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे, उन्होंने भोपाल के पुल को 90 डिग्री और फिर इंदौर के पुल को भी 90 डिग्री प्रचारित किये जाने पर आपत्ति जताई, उन्होंने कहा कि भोपाल का पुल 119 डिग्री है और इंदौर का पुलस 114 डिग्री विभाग के मंत्री द्वारा यानि मेरे द्वारा कहे जाने के बाद भी इसे 90 डिग्री कहा जा रहा है ये ठीक नहीं है , कई बार जो बातें कही जाती है तो उसके तथ्य और प्रमाणिकता अलग अलग होती है।
मीडिया से किया सवाल – बारिश में कहाँ सड़कें ख़राब नहीं होती ?
राकेश सिंह ने कहा बारिश में कहाँ सड़कें ख़राब नहीं होती आप मुझे बताइए, सड़कें बनती हैं और ख़राब होती है, उसके कई कारण होते हैं, लेकिन इसका मतलब बिलकुल ये नहीं है कि सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता होगा, या हम इसे सुधारेंगे नहीं, या कहीं कोई गलती दिखाई देगी तो वहां कार्रवाई नहीं होगी।
भोपाल पुल को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है
मंत्री ने कहा कि भोपाल के पुल को लेकर गड़बड़ी सामने आई तो अब तक की सबसे कार्रवाई भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर की गई है, उन्होंने कहा कि भोपाल के पुल और इंदौर के पुल में बहुत अंतर है भोपाल ने डिजाइन में गड़बड़ी थी वहां सेफ्टी फीचर्स का ध्यान नहीं रखा गया जबकि इंदौर में ऐसा नहीं है यहाँ सब ठीक है,जो गड़बड़ी है उसे सुधारा जा रहा है।
PWD के अधिकारी महीने में दो बार औचक निरीक्षण करते हैं
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग ही एक ऐसा विभाग है जो महीने में दो बार औचक निरीक्षण करता है और विशेष बात ये कि वरिष्ठ अधिकारी निरीक्षण करते हैं दूसरे जोन के अधिकारी करते हैं उन्हें केवल एक दिन पहले एप पर बताया जाता है कि उन्हें कहाँ निरीक्षण करना है।
निर्माणाधीन पुलों के लिए बनेगी एक्सपर्ट कमेटी
मंत्री राकेश सिंह ने कहा हमें सभी निर्माणाधीन पुलों की रिपोर्ट मंगाई है उसकी समीक्षा करेंगे और जो पुल बन रहे हैं उनकी जांच के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी भी बनाई जाएगी जो जाँच कर रिपोर्ट भी देगी जिससे जहाँ गड़बड़ी हो उसे सुधारा जा सके।





