उमंग सिंघार के 50 करोड़ के ऑफर पर रामेश्वर शर्मा का पलटवार, बोले- BJP सदस्यता के लिए पैसे नहीं देती, लेती है

विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा उमंग सिंघार जी अभी सदस्यता अभियान चल रहा है यदि आपका इरादा हो तो रुपये आपको पांच नहीं दिए जायेंगे 100 रुपये ऑनलाइन देकर आप भाजपा की सदस्यता ले सकते हो

Atul Saxena
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BJP MLA Rameshwar Sharma

BJP MLA Rameshwar Sharma countered on Umang Singhar:  नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के 50 करोड़ के ऑफर वाले बयान पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है, रामेश्वर शर्मा ने कहा , भाजपा का सक्रिय सदस्य बनने के लिए 100 रुपये पार्टी को देने पड़ते हैं भाजपा किसी की पैसे देकर सदस्य नहीं बनाती।

भाजपा विधायक ने कहा, उमंग सिंघार को भारतीय जनता पार्टी के बारे में पता नहीं है , भाजपा का सक्रिय सदस्य बनने के लिए 100 रुपये देने पड़ते हैं तब भाजपा सदस्यता देती है ये कांग्रेस का चरित्र है, चाहें वो इंदिरा गांधी की सरकार हो, नरसिंहराव की सरकार हो, राजीव गांधी की सरकार हो, दिग्विजय की सरकार हो, तब ऐसा होता होगा।

रामेश्वर शर्मा का पलटवार ये कांग्रेस का चरित्र, BJP का नहीं 

रामेश्वर शर्मा ने कहा, दिग्विजय सिंह के लिए तो खुद उमंग सिंघार ने कमलनाथ की सरकार ने क्या क्या बोला था सब जानते हैं उन्हें जमीन, शराब , ट्रांसफर उद्योग का माफिया बताया था , ये कांग्रेस का चरित्र हैं, हमारा चरित्र तो ये है कि जो भाजपा में आयेगा उसे भारत माता की सेवा के लिए तन समर्पित, मन समर्पित और ये जीवन समर्पित की भावना के साथ आना पड़ेगा।

आपका इरादा है तो रुपये आपको पांच नहीं मिलेंगे, 100 रुपये जमा करने पड़ेंगे 

विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा उमंग सिंघार जी अभी सदस्यता अभियान चल रहा है यदि आपका इरादा हो तो रुपये आपको पांच नहीं दिए जायेंगे 100 रुपये ऑनलाइन देकर आप भाजपा की सदस्यता ले सकते हो, 15 नवम्बर तक चांस है, गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए बीते रोज कहा था कि राम निवास रावत बिकाऊ थे तो चले गए ऑफर तो मेरे पास भी 50 करोड़ रुपये का था, लेकिन मैं बिका नहीं, रामेश्वर शर्मा ने इसी बयान पर पर पलटवार किया है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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