भोपाल के विकास पर कांग्रेस से सवालों का रामेश्वर शर्मा ने दिया जवाब, कहा ‘वे बताएं कहां चाहिए विकास, सरकार तीन महीने में शुरू कर देगी काम’

बीजेपी नेता ने कहा कि सरकार अब रिहैबिलिटेशन स्कीम भी डाल रही है, अगर पुराने निजी मकान भी हैं और वो भी किसी के साथ पी.पी मोड में पार्टनरशिप करना चाहते हैं तो प्राइवेट बिल्डरों के साथ भी पार्टनरशिप कर सकते हैं। साथ ही हाउसिंग बोर्ड और बीडीए के साथ भी पार्टनरशिप कर सकते हैं।

भोपाल के विकास को लेकर कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने जवाब दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को कहा कि यदि कांग्रेस के नेताओं को कहीं विकास की आवश्यकता लगती है, तो वे स्पष्ट रूप से उस जगह का नाम बताएं। वे विकास के लिए जगह और प्राथमिकताएं स्पष्ट करें, सरकार वहां तुरंत काम शुरू कर देगी।

बीजेपी नेता  ने कहा ‘कांग्रेस के जिन नेताओं को लगता है कि भोपाल में प्रोग्रेस नहीं हो रही, वे जगह बता दें। अगर वे काजी कैंप में विकास चाहते हैं, तो हम उसे तोड़कर नया बना देंगे। बस जगह बताइए, सरकार प्रोग्रेस के लिए प्रतिबद्ध है।

रामेश्वर शर्मा ने दिए कांग्रेस के सवालों के जवाब

कांग्रेस नेताओं द्वारा राजधानी के विकास को लेकर सवाल उठाए जाने पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि जिन्हें भी ऐसा लगता है, वे विकास के लिए जगह बता दें। उन्होंने कहा कि सरकार विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और  सरकार रिहैबिलिटेशन स्कीम शुरू करने जा रही है। पुराने निजी मकानों के मालिक प्राइवेट बिल्डरों, हाउसिंग बोर्ड या बीडीए के साथ पीपीपी मॉडल में पार्टनरशिप कर सकते हैं।

कहा ‘तीन महीने में शुरु कर देंगे काम’

रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जहां भी दो मंजिला इमारतें हैं, वहां भू-परीक्षण और पार्किंग व यातायात की सुविधा के आधार पर 10-15 मंजिला भवनों की अनुमति दी जा सकती है।उन्होंने कांग्रेस नेताओं से आग्रह किया कि वे बताएं कि कहाँ विकास चाहते हैं और कौन सी झुग्गियों को पक्के मकानों में बदलना चाहते हैं। हम तीन महीने के भीतर वहाँ काम शुरू कर देंगे।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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