Bhopal News: शादी का झांसा देकर आरोपी ने किया दुष्कर्म, पीड़िता ने दर्ज कराई एफआईआर

पीड़िता ने पुलिस की शिकायत बताया कि साल 2020 में आरोपी ने अशोका गार्डन इलाके के होटल में ले जाकर जल्द ही शादी का वादा कर के शारीरिक संबंध बनाए।

Shashank Baranwal
Published on -
बोरी में मिली नवजात की मौत, नाबालिग माँ ने दिया था जन्म, परिजनों ने ही डाक्टर और नर्स के साथ मिलकर फेंका

Bhopal News: राजधानी भोपाल से एक दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जहाँ एक युवक ने पीड़िता के साथ शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। वहीं, जब महिला ने उससे शादी की बात की तो वह शादी से मुकर गया। इसके बाद महिला ने थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज करते हुए मामले की जाँच शुरू कर दी है।

कॉलेज के दिनों में हुई दोस्ती

अशोका गार्डन थाने की पुलिस के मुताबिक पिपलानी इलाके की रहने वाले 30 साल की युवती के साथ दुष्कर्म किया गया है। दरअसल, पीड़िता चार साल पहले नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। वहीं, उसी कॉलेज में आरोपी अभिजीत कुमार भी मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई कर रहा था। इसी दौरान दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी।

बाद में शादी से मुकर गया

पीड़िता ने पुलिस की शिकायत बताया कि साल 2020 में आरोपी ने अशोका गार्डन इलाके के होटल में ले जाकर जल्द ही शादी का वादा कर के शारीरिक संबंध बनाए। वहीं, कुछ समय बाद उसे नौकरी मिल गई और नौकरी के लिए दूसरे शहर में चला गया। इस दौरान भी जब वह भोपाल आता था तो शादी के बहाने शारीरिक संबंध बनाता था। हालांकि, जब पिछले दिनों पीड़िता ने शादी की बात की तो वह मुकरने लगा और शादी के लिए मना कर दिया। आपको बता दें महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News