भोपाल। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड पिछले 7 महीने के भीतर शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं कर पाया है। जबकि पीईबी परीक्षा के तत्काल बाद परिणाम घोषित करने का दावा करती है। परीक्षा परिणाम में हो रही देरी की वजह से पीईबी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। मप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल हजारों छात्र सात महीने से रिजल्ट की राह तक रहे हैं। परिणाम जारी न होने से छात्रों का आक्रोश बढ़ रहा है|
दरअसल, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में रिक्त पद भरे जाने के लिए प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) द्वारा यह परीक्षा आयोजित की गई थी। पहले पीईबी ने चुनाव आचार संहिता के कारण रिजल्ट जारी करने में देरी होने की बात कही थी। परीक्षार्थियों के अनुसार डेढ़ महीने पहले पीईबी के चेयरमैन ने कहा था कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के वर्ग-1 का रिजल्ट तैयार है। अब वे कह रहे हैं कि इस परीक्षा से संबंधित आपत्तियां ज्यादा होने के कारण उनके निराकरण के पश्चात ही रिजल्ट जारी होगा इसमें समय लगेगा। इंदौर जिले के अभ्यर्थियों ने पिछले दिनों कलेक्टर को इस संबंध में ज्ञापन दिया था और रैली भी निकाली थी।
रिजल्ट नहीं आने से उम्मीदवारों में आक्रोश है, और प्रदेशभर के परीक्षार्थी इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने की योजना बना रहे हैं। छात्रों के मुताबिक पीईबी तीन से चार बार रिजल्ट घोषित होने की तारीख बता चुका है, फिर भी अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ। अब पीईबी ने अगस्त अंत तक रिजल्ट जारी करने की बात कही है। रिजल्ट में हो रही देरी को लेकर परीक्षार्थियों ने सीएम हेल्पालाइन पर भी कई बार शिकायत की, लेकिन वहां से भी समस्या हल नहीं हुई।