भोपाल। इस बार लोकसभा चुनाव में वीवीपैट की पर्चियों को गिनने की वजह से परिणाम आने में तीन से चार घंटे की देरी हो सकती है। हर विधानसभा क्षेत्र से पांच-पांच वीवीपैट का चयन कर उसकी पर्चियां ईवीएम से मतगणना होने के बाद गिनी जाएंगी। वीवीपैट को ईवीएम के साथ स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा जाएगा। इसके लिए उनकी बैटरियां (पॉवर पैक) निकाल दी जाएंगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि चुनाव आयोग ने सोमवार को हर विधानसभा क्षेत्र के पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट का चयन करके उनकी पर्चियां गिनने के निर्देश दिए हैं। वीवीपैट की पर्चियों और उसी केंद्र की ईवीएम में दर्ज मतों का मिलान किया जाएगा। ईवीएम से मतों की गणना के आखिरी चक्र के बाद वीवीपैट की पर्चियां गिनी जाएंगी। मतदान होने के बाद पीठासीन अधिकारी पोलिंग एजेंट की मौजूदगी में वीवीपैट की बैटरी निकाल देंगे। बिना बैटरी वाली वीवीपैट स्ट्रांग रूम में सीलबंद करके रखी जाएंगी। पर्चियों की गिनती के बाद रिटर्निंग ऑफिसर मतदान केंद्रवार एक सर्टिफिकेट मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेजेगा।